![President Bush, right, and French President Nicolas Sarkozy, take part in a joint news conference at George Washington’s Mansion in Mount Vernon, Va., 7 Nov. 2007](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110141348im_/http://www.voanews.com/hindi/images/APBushSarkozy210.jpg) |
President Bush, right, and French President Nicolas Sarkozy, take part in a joint news conference at George Washington’s Mansion in Mount Vernon, Va. |
राष्ट्रपति जॉर्ज बुश और फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोलस सार्कोज़ी की इस बात पर एक राय है कि ईरानी शासकों के हाथों में परमाणु हथियार होना शांति के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित होगा ।
राष्ट्रपति बुश ने कहा कि अमेरिका और फ्रांस की इच्छा है कि वे शांति की खातिर ईरानी प्रशासन को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए मनाने की दिशा में मिलकर काम करें ।
“परमाणु हथियार प्राप्त करने की ईरान की मंशा खतरनाक है और हमारे लिए वह समय आ गया है कि इस समस्या का कूटनीतिक हल निकालने के लिए हम साथ मिलकर काम करें ।”
फ्रांसीसी राष्ट्रपति सार्कोज़ी ने कहा कि ईरानी सरकार को यह समझाने की जरूरत है कि वह अपना रास्ता बदल दे । उन्होंने कहा-
“ईरान सरकार के पास कभी भी परमाणु हथियार का होना अस्वीकार्य है । लेकिन ईरान को भविष्य के लिए ऊर्जा मिलनी चाहिए, जो नागरिक परमाणु ऊर्जा होगी । मैं मानता हूं कि प्रतिबंध प्रभावी साबित होंगे । मैं यह भी मानता हूं कि प्रतिबंधों को और कड़ा करने की जरूरत है । लेकिन मेरे विचार से दोनों चीजें साथ-साथ चलनी चाहिए । मेरे कहने का मतलब है कि खुले संवाद और विचार-विमर्श को जारी रखने की जरूरत है, क्योंकि अलग-थलग करने की जगह उस देश के साथ बेहतर व्यवहार होना चाहिए ।”
राष्ट्रपति बुश ने ईरानी जनता को सीधे संबोधित करते हुए कहा-
“मैं चाहता हूं कि ईरान की जनता एक बार फिर यह सुन ले कि हमने आज ईरान के भविष्य के बारे में चर्चा की । हम आपके इतिहास की कद्र करते हैं और आपकी परंपरा के कायल हैं । लेकिन आप पर ऐसे लोगों का शासन है, जिनके फैसलों से आप पूरी दुनिया से कट रहे हैं, लेकिन आप बेहतर स्थिति में रह सकते हैं ।”
राष्ट्रपति बुश ने कहा कि ईरान की सरकार के पास स्पष्ट रूप से यह संकेत भेजना जरूरी है कि स्वतंत्र विश्व यह समझता है कि ईरान के पास परमाणु हथियार होने का क्या खतरा है । श्री बुश ने कहा कि हम मिलकर यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि ईरान की सरकार में वैसे समझदार लोग हैं या नहीं, जो देश के अलग-थलग रहने से आजिज आ गए हैं और जो यह मानते हैं कि आगे बढ़ने का कोई दूसरा बेहतर रास्ता भी है ।