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India nuclear |
ओबामा प्रशासन की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अमेरिका चाहता है भारत, पाकिस्तान, इज़राइल और उत्तर कोरिया परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर करें.
सहायक विदेशमंत्री रोज़ गोट्टेमोएलर ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में इस संबंध में आयोजित एक बैठक में बोलते हुये कहा "भारत, इज़राइल, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया समेत सभी देशों द्वारा परमाणु अप्रसार सन्धि का पालन किया जाना अमेरिका के मौलिक उद्देश्यों में से एक है."
2010 में परमाणु अप्रसार सन्धि की समीक्षा बैठक की तैयारियों की कड़ी में आयोजित तीसरी बैठक में अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने ये बात कही.
परमाणु अप्रसार सन्धि पर दुनिया के 189 देश हस्ताक्षर कर चुके हैं....लेकिन भारत, पाकिस्तान, इज़राइल और उत्तर कोरिया अभी भी इससे बाहर हैं.
यद्यपि बाद में उन्होंने व्यापक परमाणु परीक्षण निषेध सन्धि और विखण्डनीय परमाणु पदार्थ नियंत्रण संधि और परमाणु तकनीक का निर्यात रोकने जैसे मुद्दों पर अमेरिका के साथ मिलकर काम करने की भारत की इच्छा की सराहना भी की.
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुये उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका नागरिक परमाणु समझौते और ऐसे ही अन्य कदमों ने भारत को परमाणु अप्रसार सन्धि की दिशा में आगे बढ़ा है.
उन्होंने कहा "इसलिये मैं ये कहूंगी कि भारत परमाणु अप्रसार सन्धि के और निकट आया है...ये भी अमेरिकी विदेश नीति का महत्वपूर्ण लक्ष्य है."