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ईरान के संसदीय चुनाव

18/03/2008

ईरान के संसदीय चुनावों के नतीजों से पता चलता है कि सरकार-समर्थक कट्टरपंथियों का संसद में भारी बहुमत बना रहेगा । यह परिणाम आश्चर्यजनक नहीं है, क्योंकि ईरान की गार्जियन काउंसिल ने, जो धार्मिक नेताओं और न्यायाधीशों की संस्था है और ईरान की इस्लामी क्रांति के प्रति अपनी वफादारी के अनुसार उम्मीदवारों की जांच करती है, सैकड़ों उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोक दिया था

 

एक लिखित बयान में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शॉन मैककॉर्मेक ने कहा कि ईरान एक बार फिर लोकतांत्रिक चुनाव कराने के अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों का पालन करने में असफल रहा है । श्री मैककॉर्मेक ने कहा, "ईरानी सरकार ने संसद के लिए उम्मीदवारों को अयोग्य करार देने के लिए विचारधारा के जुड़े कारणों का इस्तेमाल किया, पत्रकारों और मीडिया संगठनों के चुनावों के समाचार देने पर कड़े प्रतिबंध लगाए, उम्मीदवारों की प्रचार करने की क्षमता सीमित कर दी और स्वतंत्र चुनाव निरीक्षकों को चुनाव के दिन मतदान केंद्रों तक जाने की इजाजत देने से इन्कार कर दिया ।"

 

एक प्रेस ब्रीफिंग में श्री मैककॉर्मेक ने कहा कि चुनाव परिणाम गढ़े गए थे, यानी एक निश्चित लक्ष्य हासिल करने के लिए इनमें हेराफेरी की गई थी ।

 

"वे गढ़े गए थे, क्योंकि ईरानी जनता सभी तरह के लोगों के लिए वोट नहीं दे सकी । उन्हें सरकार के एक तरह के समर्थकों या सरकार के दूसरी तरह के समर्थकों के बीच चुनने का अवसर दिया गया था । बहुत सारे मामलों में उन्हें ऐसे किसी व्यक्ति को चुनने या ऐसे किसी व्यक्ति को वोट देने का अवसर नहीं दिया गया, जिसके सरकार से अलग विचार हो सकते थे ।"

 

श्री मैककॉर्मेक ने कहा कि ईरान में वास्तविक सत्ता थोड़े से गैर-निर्वाचित लोगों के हाथों में बनी हुई है ।

 

"इस सत्ता ढांचे के शीर्ष पर वह हैं, जिन्हें वे अपना सर्वोच्च नेता कहते हैं । अगर आप इसे देखें तो यह एक फलते-फूलते लोकतंत्र को बनाने वाले तत्व नहीं हैं ।"

 

अमेरिका ईरानी जनता के स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावी प्रक्रिया के जरिये अपनी सरकार चुनने के अधिकार का समर्थन करता है । श्री मैककॉर्मेक ने कहा, "हम ईरान के नेताओं से भविष्य के चुनावों में, जिनमें 2009 के राष्ट्रपति चुनाव शामिल हैं, दखलअंदाजी बंद करने, स्वतंत्र निरीक्षकों को इजाजत देकर अपने चुनावों की पारदर्शिता बढ़ाने और ईरान के नागरिकों की अभिव्यक्ति, प्रेस और संगठित होने के अधिकारों की रक्षा करने का अनुरोध करते हैं । हम नई मजलिस से ईरान के अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का पालन करने और एक लोकतांत्रिक ईरान के लिए, जो अपनी जनता की इच्छा के प्रति जवाबदेह हो, काम करने का अनुरोध करते हैं ।

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