पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत एने पेटर्सन का कहना है कि अमेरिका पाकिस्तान के चुनावों में मदद देने के लिए प्रेक्षक भेजेगा । सुश्री पेटर्सन ने कहा कि पाकिस्तान में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आकांक्षा के तहत अमेरिका मदद देगा ।
इंटरनेशनल रिपब्लिकन इंस्टीट्यूट और एशिया फाउंडेशन दो ऐसे गैर-सरकारी और निष्पक्ष संगठन हैं, जिनका उद्देश्य स्वतंत्र, निष्पक्ष और खुले चुनाव कराना और स्वशासन को बढ़ावा देना है । इंटरनेशनल रिपब्लिकन इंस्टीट्यूट चुनाव पूर्व आकलन के लिए और उसके बाद निर्वाचन के दिन निगाह रखने के लिए पाकिस्तान के चारों प्रांतों में अंतर्राष्ट्रीय प्रेक्षक भेजेगा । अमेरिका पाकिस्तान में सभी मतदान केद्रों पर स्वतंत्र घरेलू प्रेक्षक तैनात करने के एशिया फाउंडेशन के प्रयासों में भी योगदान देगा । पाकिस्तानी सिविल सोसायटी के 30 संगठनों का गठबंधन चुनाव प्रचार के माहौल, मतदान के दिन की सारी प्रक्रिया और चुनाव नतीजों की घोषणा पर निगाह रखेगा । अमेरिका मतदाता को शिक्षित करने, निर्वाचन अधिकारियों को प्रशिक्षित करने और पारदर्शी मतपेटिकाओं की खरीद में भी मदद देगा ।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शौकत अज़ीज़ ने घोषणा की है कि 15 नवंबर को पाकिस्तान की संसद और प्रांतीय विधानसभाओं का कार्यकाल पूरा होने के 60 दिन के बाद जनवरी, 2008 में संसद और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए चुनाव होंगे । श्री अज़ीज़ ने बताया कि चुनाव कराने के लिए एक कामचलाऊ सरकार होगी । अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता टॉम केसी का कहना है कि अमेरिका पाकिस्तान में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने का हिमायती है ।
उन्होंने कहा, "चाहे वो पाकिस्तानी सरकार के अधिकारी हों या प्रतिपक्ष के प्रतिनिधि हों, हमने अपनी बातचीत में लगातार यह साफ संदेश दिया है कि राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ और अन्यों ने पाकिस्तान के भविष्य के बारे में जो नजरिया पेश किया है, हम उससे सहमत हैं कि हम पाकिस्तान को एक शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक, मध्यमार्गी इस्लामी देश के रूप में देखना चाहते हैं, जो हमारे साथ मिलकर अतिवाद और आतंकवाद के खिलाफ लड़ सके ।"
अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता टॉम केसी का कहना है कि लोगों के लिए यह याद रखना महत्वपूर्ण होगा कि पाकिस्तान के राजनीतिक भविष्य का फैसला पाकिस्तानियों द्वारा ही होने जा रहा है ।