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Condoleezza Rice |
अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस ने बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देशों में महिलाओं को सशक्त करने के कार्यों में सहायता देने के लिए एक कोष,
वन वुमेन इनिशियेटिव की स्थापना करने की घोषणा की । महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कॉर्पोरेशन, फाउंडेशन की सार्वजनिक-निजी भागीदारी होगी और अमेरिकी सरकार 10 करोड़ डॉलर देगी ।
यह कोष महिला उद्यमियों को व्यवसाय का प्रशिक्षण देने, राजनीति और नेतृत्व में बड़ी भूमिकाएं निभाने के लिए महिलाओं को दक्षता हासिल करने में मदद देने तथा महिलाओं की न्याय तक पहुंच बढ़ाने के प्रयासों जैसे कार्यक्रमों की सहायता करेगा । सुश्री राइस ने कहा कि आज के विश्व में किसी भी प्रासंगिक और कारगर विदेश नीति का बुनियादी अंग महिलाओं का सशक्तिकरण होना चाहिए । विदेश मंत्री राइस ने कहा कि हम ऐसे युग में जी रहे हैं, जहां महिलाएं नई ऊंचाइयां छू रही हैं, लेकिन हमें एक क्षण के लिए रुकना चाहिए और उनकी चिंता भी करनी चाहिए, जो पीछे रह गई हैं । उन्होंने कहा कि आज विश्व में बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं, जिन्हें शिक्षा, कानूनी पहचान और मौलिक अधिकार, जिनमें मताधिकार शामिल है, से वंचित रखा जाता है । उन्होंने कहा कि ये महिलाएं अंधकार में रहती हैं, अक्सर अपने समाज में उनकी कोई आवाज नहीं होती और हमें उनकी जरूरतों के प्रति सक्रिय होना चाहिए और उन्हें उनकी अपनी संभावनाओं को पहचानने में मदद करनी चाहिए । यह वन वुमेन इनिशियेटिव का उद्देश्य है ।
वन वुमेन इनिशियेटिव का जन्म एक दुखद घटना- दिसंबर में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर की हत्या के बाद हुआ । विदेश मंत्री राइस ने कहा कि हमने एक बड़े मुस्लिम देश में एक उदारवादी महिला के प्रभाव को पहचाना और इसने हमें अन्य महिलाओं को, जो उदारवाद और शांतिपूर्ण परिवर्तन की ताकत बन सकती हैं, आगे बढ़ने में मदद करने के लिए प्रेरित किया । उन्होंने कहा कि वन वुमेन इनिशियेटिव बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देशों में मौजूद कार्यक्रमों का समर्थन करेगा और अमेरिका द्वारा शुरू किये गए भागीदारी के एक कार्यक्रम, विमेन लीडर्स वर्किंग ग्रुप, जिसमें दुनिया भर की सरकारों में शामिल वरिष्ठ महिलाएं हैं, द्वारा स्थापित प्रमुख सशक्तिकरण कार्यक्रमों पर केंद्रित होगा ।
विदेश मंत्री राइस ने कहा कि दुनिया भर में हम स्वतंत्रता के लिए, न्याय के लिए और अवसर की मांग करने के लिए महिलाओं के उठ खड़े होने के संकेत देख रहे हैं । उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि साथ मिलकर काम करने से ही हम अंततः दुनिया भर में महिलाओं के लिए परिवर्तन ला सकेंगे ।