|
attack |
भारतीय अधिकारी उन आतंकवादियों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं जिन्होंने हैदराबाद के एक मनोरंजन पार्क और भीड़ भरे रेस्टोरेंट को निशाना बनाया । उन हमलों में कम से कम 42 लोग मारे गए और साठ से अधिक घायल हो गए । आन्ध्र प्रदेश के मुख्य मंत्री Y.S. राजशेखर रेड्डी ने कहा “प्राप्त सूचना के आधार पर कहा जा सकता है कि इस हमले के लिए बांग्लादेश और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन ज़िम्मेदार थे ।”
पुलिस ने उन्नीस अन्य बमों का पता लगा कर उन्हें निष्क्रिय कर दिया जो बस स्टौप्स, सिनेमा हौल्स, और पुलों पर लगाये गये थे । हैदरबाद के पुलिस कमिश्नर बलविन्दर सिंह ने कहा “यह बम सैकड़ों व्यक्तियों की जान ले सकते थे ।” एक लिखित वक्तव्य में अमरीकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता टौम केसी ने इन बम हमलों की निंदा की । उन्होंने कहा “बेक़सूर लोगों को नुक़्सान पहुंचाने और उनकी हत्या करने का कोई औचित्य नहीं है ।” मई में भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक, हैदराबाद की मक्का मस्जिद में हुये बम विस्फोट में ग्यारह लोग मारे गए थे । भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने कहा यह आतंकवादी हमले हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच अशांति भड़काने के लिये किये गये हैं ।
सन 2006 में आतंकवादियों ने भारत की जनता और संपत्ति पर सैकड़ों हमले किए जिनमें मुंबई की स्थानीय रेलों पर किये गये हमले भी शामिल हैं । इन हमलों में दो सौ से अधिक लोग मारे गये थे और अन्य सात सौ से अधिक घायल हो गये थे । अमरीकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत के पुराने और अधिक भार पड़ने वाले क़ानून लागू कराने के नियमों और न्यायिक प्रणाली के कारण भारत के आतंकवाद से निपटने के प्रयासों में बाधा पड़ रही है । आतंकवादियों के मुक़द्दमों के फ़ैसलों में वर्षों लग जाते हैं । भारत के बहुत से क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस को प्रभावकारी ढंग से आतंकवाद से लड़ने का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं है और न ही उनके पास उचित संसाधन हैं
अमरीकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता टौम केसी ने कहा “भारत ने आतंकवादियों की धमकी के प्रति दृढ़ता और साहस का परिचय दिया है ।” उन्होंने कहा “अमरीका, आतंकवाद विरोधी लड़ाई में भारत की जनता के साथ खड़ा है और खड़ा रहेगा ।”