(वी.ओ.ए न्यूज़)
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Ambassador David Mulford
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भारत में अमेरिका के राजदूत डेविड सी. मलफोर्ड ने
कहा है कि भारत को परमाणु परीक्षण करने का सार्वभौमिक अधिकार है और इस मुद्दे पर
कभी विवाद नहीं हुआ ।
राजदूत मलफोर्ड ने भारतीय टेलीविजन चैनल सीएनबीसी-टीवी18
पर प्रसिद्ध पत्रकार करण थापर के इंडिया टुनाइट कार्यक्रम में यह टिप्पणी
की । उन्होंने कहा कि अगर आप मुझसे पूछें कि क्या भारत परीक्षण कर सकता है, तो
मेरा जवाब है कि भारत के पास परीक्षण करने का सार्वभौमिक अधिकार पहले भी था और
हमेशा रहेगा ।
उन्होंने कहा कि भारत को न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप
से अंतर्राष्ट्रीय परमाणु व्यापार में शामिल होने के लिए स्पष्ट मंजूरी मिली है । उन्होंने
यह भी कहा कि यह कहना सही व्याख्या नहीं होगी कि न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप से
मिली रियायत की समय-समय पर समीक्षा की जाएगी ।
उन्होंने कहा कि लेकिन यह बहुत महत्वपूर्ण और समझ
में आने लायक बात है कि एनएसजी जैसे संगठन में जब कोई अभूतपूर्व निर्णय लिये जाते
हैं तो विभिन्न पक्षों के बीच लगातार विचारों का आदान-प्रदान होता रहेगा ।
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत ने परमाणु परीक्षण न
करने का वायदा किया है, राजदूत मलफोर्ड ने कहा कि उसे ऐसा करने की जरूरत नहीं है ।
भारत-अमेरिकी परमाणु सौदे को सम्पन्न करने के समयबद्ध कार्यक्रम के बारे में पूछे
जाने पर उन्होंने कहा कि 123 समझौते को अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष अंतिम मंजूरी के
लिए आज, कल या कुछ ही घंटों में रखा जाएगा, क्योंकि यह पेश किये जाने के लिए लगभग
तैयार है ।
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210_India_Iran_Bush-Manmoha |
परंतु उन्होंने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस अपने
कार्यक्रम के अनुसार काम करती है । बुश प्रशासन वरिष्ठ सांसदों से संपर्क कर रहा
है । उन्होंने कांग्रेस से जल्दी ही मंजूरी मिलने की आशा जताते हुए कहा कि बहुत से
अमेरिकी सांसद चाहते हैं कि बुश प्रशासन के कार्यकाल में ही इस समझौते को मंजूरी
मिल जाए ।