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Aftermath of a car bomb explosion in Baghdad, 12 Oct 2008 |
अमेरिका सशस्त्र संघर्षों के बाद लड़ाकू फौजों
द्वारा छोड़े गए विस्फोटक तथा बारूदी सुरंगें, जो फटे नहीं हैं, को हटाने में मदद
करके निर्दोष नागरिकों को बचाने के प्रयासों का विस्तार कर रहा है । ऐसे खतरे
दुनिया भर के देशों में युद्ध स्थलों पर बिखरे पड़े हैं और उनका सफाया करके
अमेरिका उन मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शा रहा है, जो मानवीय जीवन का
सम्मान करते हैं ।
इस पहल के तहत एक मानवीय क्विक रियेक्शन फोर्स (त्वरित
प्रतिक्रिया बल) बनाया जा रहा है, जो एक मिनट के नोटिस पर उन गंभीर स्थितियों का
सामना करेगा, जिनमें पारंपरिक हथियारों, बारूदी सुरंगों या ऐसे ही अन्य हथियारों
से होने वाले विस्फोटों के खतरे को हटाने या निष्क्रिय करने के लिए जरूरी होगा ।
एक आकलन टीम को खतरों की जांच करने के लिए और उन्हें हटाने के कदम की सिफारिश करने
के लिए तत्काल तैनात किया जाएगा । हथियारों को हटाने और नष्ट करने की सिफारिशों पर
अमल करने में मदद करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की टीम जाएगी ।
क्विक रियेक्शन फोर्स ऐसे खतरों का सामना करने के
मौजूदा अमेरिकी मानवीय प्रयास का विस्तार है । सन् 2000 में विदेश मंत्रालय ने एक
विशेष टीम बनाई थी, जो इराक, सूडान, श्रीलंका और मोज़ाम्बिक में लड़ाइयों के बाद
बारूदी सुरंगों को हटाने पर केंद्रित थी । अमेरिकी सरकार के ठेकेदार फिलहाल
जॉर्जिया में हैं और उसके तथा रूस के बीच हाल ही में हुई लड़ाई के बाद छोड़े गए उन
विस्फोटकों का आकलन कर रहे हैं, जो फटे नहीं हैं ।
यह प्रतिबद्धता लड़ाई के पीड़ितों की रक्षा करने और
शरणार्थियों तथा विस्थापितों को उनके घर लौटने की स्थितियां बनाने के अमेरिकी वादे
पर आधारित है । यह अन्य देशों के लिए अपने हथियारों पर नियंत्रण रखने और
सर्वश्रेष्ठ प्रयासों को बांटने के लिए मिसाल भी कायम करती है ।