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18 जनवरी  2009 

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ईरान में दमन
29/07/2007

An image grab taken from footage broadcast 18 July 2007 by the Islamic Republic of Iran News Network (IRINN) shows US-Iranian Haleh Esfandiari talking to a camera at an unidentified place and time in Iran
An image grab taken from footage broadcast 18 July 2007 by the Islamic Republic of Iran News Network (IRINN) shows US-Iranian Haleh Esfandiari talking to a camera at an unidentified place and time in Iran
ईरान में पिछले कई महीनों में छात्रों को गिरफ्तार किया गया है, महिला कार्यकर्ताओं को कोड़े मारने की धमकियां दी गई हैं, पत्रकारों और असंतुष्ट मौलवियों को मौत की सजा दी गई है, श्रम नेताओं को पीटा गया है और बंदी बनाया गया है तथा मृत्यु दंड देने के मामले बढ़े हैं,  जिनमें पत्थर मार कर जान लेना भी शामिल है ।

इसके अतिरिक्ति, ईरान सरकार ने दो ईरानी-अमेरिकी नागरिकों के तथाकथित इकबालिया बयान प्रसारित किये हैं,  जो विद्वान हैं और जिन्हें कई महीनों से एविन जेल में एकाकी कैद में रखा जा रहा है । हालेह एस्फान्दियारी और कियान ताजबख्श को ईरान के सरकारी टेलीविजन पर कथित तौर पर यह स्वीकार करते हुए दिखाया गया कि उनके काम का उद्देश्य चरमपंथी धार्मिक निजाम को अपदस्थ करना था । अब ईरानी सरकारी रेडियो ने ऐलान किया है कि कुछ ईरानियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है , जो हिरासत में लिये गए अमेरिकियों से किसी तरह संबंधित हैं ।

सुश्री रोया बोरोमांड निजी, वॉशिंगटन स्थित बोरोमांड फाउंडेशन फॉर द प्रमोशन ऑफ ह्यूमन राइट्स एंड डेमोक्रेसी इन ईरान की कार्यकारी निदेशक हैं । उनका कहना है कि राजनीतिक कैदियों को टेलीविजन पर दिखाना और उनसे दबाव डालकर लिये गए कथित इकबालिया बयान प्रसारित करना ईरान के धार्मिक प्रशासन के लिए नई बात नहीं है ।

"यह परंपरा इस्लामी गणतंत्र की स्थापना के समय से चली आ रही है, जब सरकार के आलोचकों या उन लोगों को, जिनका एजेंडा सरकार के एजेंडे से मेल नहीं खाता था, चाहे वे क्रांतिकारी थे या राजशाही-समर्थक, या धर्मनिरपेक्ष, या जो भी थे, उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जाता था कि वे संगठित होना बंद करें और बोलना बंद कर दें ।"

सुश्री बोरोमांड का कहना है कि ईरान सरकार अब ईरानियों के जिन विभिन्न गुटों पर हमले कर रही है, चाहे वे छात्र हों, श्रम नेता हों या जातीय और महिलाओं के अधिकारों की वकालत करने वाले हों, उनमें कुछ समान बात है । उन्होंने कहा कि ये सभी लोग सरकार से बाहर किसी तरह का सहकारी जीवन बिताने की कोशिश कर रहे हैं ।

"ये समानांतर आंदोलन हैं, जिनकी सरकार के प्रति विशेष निष्ठा नहीं है और वे अपने अधिकारों, सहयोग करने के अधिकार और अपने काम, या अपने भविष्य या अपने अध्ययन से जुड़े अधिकारों को लेकर चिंतित हैं और उनमें एकजुटता हो गई है... ईरान के बाहर समानांतर स्तर पर, राज्यों के साथ नहीं, बल्कि अपने सहयोगियों के साथ और सरकार यह सहन नहीं कर सकती ।"

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शौन मैककॉर्मेक ने ईरान में हो रहे दमन पर टिप्पणी की । एक लिखित बयान में उन्होंने ईरानी सरकार से अपनी मानवाधिकार स्थिति में सुधार करने के लिए कहा, इससे पहले कि और अधिक ईरानी अपने सार्वभौमिक अधिकारों और स्वतंत्रताओं का इस्तेमाल करने के प्रयास में तकलीफ उठाएं ।


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