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गैर सरकारी संगठन के तिब्बती कर्मचारी को आजीवन कारावास
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22/12/2008
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![Screen capture taken from China State television March 16, 2008 shows boy being taken by force along street in Tibetan capital, Lhasa Screen capture taken from China State television March 16, 2008 shows boy being taken by force along street in Tibetan capital, Lhasa](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090118024456im_/http://www.voanews.com/hindi/images/AFP_China_Tibet_Protest_Lhasa_17Mar08_2101.jpg) | Screen capture shows man being taken by force along street in Tibetan capital, Lhasa | अंतर्राष्ट्रीय अधिकार संगठन ने कहा है कि चीनी अधिकारियों ने एक तिब्बती गैर सरकारी संगठन कर्मचारी को आजीवन कारावास कि सज़ा सुनाई है . इस तिब्बती पर आरोप है कि उसने संवेदनशील सूचनाएँ बाहरी दुनिया को दीं .
वॉशिंगटन डी.सी. स्थित अंतर्राष्ट्रीय तिब्बती अभियान ने एक वक्तव्य में कहा है कि पिछले महीने वांगडू नामक व्यक्ति पर लासा शहर के न्यायलय ने जासूसी करने का आरोप लगाया.
वांगडू लासा में एच.आई.वी. निरोधक कार्यक्रम के लिए परियोजना अधिकारी के रूप में कार्यरत थे. यह परियोजना ऑस्ट्रेलिया के बर्नेट संसथान द्वारा संचालित होती है.
ये रिपोर्ट लासा के संध्याकालीन समाचार पत्र में भी प्रकाशित हुई थी. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मुक़दमे में वांगडू सहित ८ तिब्बतियों को भी जेल में डाला गया है.
तिब्बत हिताय अंतर्राष्ट्रीय अभियान में कहा गया है कि आजीवन कारावास कि यह सजाएं संकेत देती हैं कि तिब्बत में समाचारों पर ज़बरदस्ती प्रतिबन्ध लगाया जाता है और दूर दराज़ के गाँव में कार्यरत गैर सरकारी संगठनों के समक्ष नई चुनौतियाँ खड़ी की जाती हैं.
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