यूरोपीय संघ ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए
मंजूरी दे दी है । यह कदम ईरान सरकार द्वारा राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद की इन
मांगों की, कि वह अपने यूरेनियम संवर्धन और रीप्रोसेसिंग गतिविधियों को बंद करे,
लगातार अवज्ञा करने के कारण उठाया गया है । इन गतिविधियों का इस्तेमाल परमाणु
हथियार बनाने के लिए किया जा सकता है ।
नए प्रतिबंधों में ईरान के सबसे बड़े बैंक, बैंक
मेली की संपत्तियों को सील करना और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर काम कर रहे
उच्चस्तरीय विशेषज्ञों पर यात्रा वीज़ा हासिल करने से रोक लगाना है । ये प्रतिबंध
राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद द्वारा ईरान पर लगाए गए तीन प्रकार के आर्थिक
प्रतिबंधों और अमेरिका द्वारा लगाए गए द्विपक्षीय प्रतिबंधों के बाद लगाए गए हैं ।
अमेरिकी प्रतिबंधों ने ईरान की प्रतिबंधित परमाणु और बैलिस्टिक हथियार गतिविधि तथा
आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पैसा जुटाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली
का इस्तेमाल करने की क्षमता को निशाना बनाया है ।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता टॉम केसी ने
कहा है कि अमेरिका यूरोपीय संघ द्वारा स्वीकृत प्रतिबंधों का स्वागत करता है ।
"हमारे विचार में यह महत्वपूर्ण है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ईरानी प्रशासन पर
तब तक दबाव बढ़ाना जारी रखे, जब तक कि वह सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पालन
करने और अपना यूरेनियम संवर्धन स्थगित करने से इन्कार करता है ।"
श्री केसी ने कहा कि अगर ईरान राष्ट्र संघ की मांगों
का पालन करेगा तो उसके लिए एक अलग रास्ता खुला है । इस महीने ब्रिटेन, चीन,
फ्रांस, जर्मनी, रूस और अमेरिका ने ईरान के नेताओं को प्रोत्साहनों का नया पैकेज
पेश किया था, बशर्ते वे अपनी यूरेनियम संवर्धन गतिविधियां बंद कर दें । इन
प्रोत्साहनों में ईरान के लिए शांतिपूर्ण नागरिक परमाणु ऊर्जा की सहायता देना,
आर्थिक लाभ तथा कृषि, परिवहन, शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग देना और क्षेत्रीय
स्थिरता के मुद्दे पर संवाद करना शामिल है ।
श्री केसी ने कहा, "दुर्भाग्य से, अगर ईरानियों की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो वे अपने
आपको और अधिक दबाव में पाएंगे ।"
"और जो कदम उठाए जाएंगे, उनमें न केवल वह शामिल होगा, जो हमने सुरक्षा परिषद
में किया है, बल्कि निजी देशों या राष्ट्र संघ जैसे संगठनों द्वारा उठाए गए कदम भी
शामिल होंगे ।"
विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस ने कहा है कि ईरानी
लोगों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि अमेरिका और अन्य देश उन्हें नागरिक परमाणु
ऊर्जा से वंचित नहीं रखना चाहते । परंतु विदेश मंत्री राइस ने कहा कि ईरान के
नेताओं के पास ईंधन चक्र नहीं होना चाहिए, क्योंकि संवर्धन और रीप्रोसेसिंग, जो
परमाणु हथियार बनाने के लिए परमाणु सामग्री बनाने की क्षमता प्रदान कर सकते हैं,
के मामले में उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता ।"