लाखों पाकिस्तानी राजनीतिक चरमपंथियों द्वारा हिंसा किये जाने के बावजूद देश के संसदीय और प्रांतीय असेंबली के चुनावों में मतदान करने आए । चुनाव परिणामों की घोषणा अभी पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग द्वारा की जानी है । अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शॉन मैककॉर्मेक ने कहा कि अमेरिका को आशा है कि ये चुनाव पाकिस्तानियों को अधिक लोकतांत्रिकरण के रास्ते पर ले जाएंगे ।
"हमें आशा है कि ये चुनाव उन्हें वापस उस रास्ते पर ले जाएंगे, जहां पाकिस्तानी जनता को यह भरोसा होगा कि जिस सरकार को उन्होंने चुना है, वह उनके हितों को पूरा करेगी, वह राजनीतिक सुधारों को विस्तार और गहराई देगी, वह आर्थिक सुधारों को विस्तार और गहराई देगी, क्योंकि अंततः पाकिस्तानी समाज में हिंसक चरमपंथियों के अतिक्रमण से बचने का यही रास्ता है ।"
श्री मैककॉर्मेक ने कहा कि अमेरिका इन चुनावों के नतीजे में बनने वाली किसी भी सरकार के साथ और पाकिस्तान के राजनीतिक तंत्र की मध्यमार्गी ताकतों के साथ काम करने के लिए तैयार है ।
"हमारा अनुरोध यह है कि पाकिस्तानी राजनीति की वे मध्यमार्गी ताकतें, जिन्हें संसद में सीटें जीतकर स्थान मिला है, संगठित हों, साथ मिलकर उन उद्देश्यों के लिए काम करें, जो पाकिस्तान के हित में हैं, पाकिस्तान के आर्थिक और राजनीतिक सुधारों को व्यापक और गहन बनाएं, इस क्षेत्र में और पाकिस्तानी जमीन पर हिंसक चरमपंथियों और आतंकवादियों से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध रहें । यह पाकिस्तान और पाकिस्तानी जनता के दीर्घकालिक हित में है ।"
पहले चुनाव 8 जनवरी को निर्धारित थे, लेकिन 27 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की नेता बेनज़ीर भुट्टो की हत्या होने के बाद स्थगित कर दिये गए थे । राजनीतिक उम्मीदवारों और उनके समर्थकों पर हुए आतंकवादी हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं या घायल हो गए हैं ।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शॉन मैककॉर्मेक ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तानी जनता को एक भिन्न, ज्यादा लोकतांत्रिक, ज्यादा सम्पन्न भविष्य हासिल करने में मदद करने के लिए कटिबद्ध है ।