पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने मुख्य न्यायाधीश, इफ्तिखार चौधरी को बहाल कर दिया है और चार महीने से चला आ रहा संकट खत्म हो गया है । पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ ने श्री चौधरी को कथित तौर पर भ्रष्टाचार के आरोप में मार्च में निलंबित कर दिया था । इस निलंबन के विरोध में प्रदर्शन भड़क उठे थे और राजनीतिक हिंसा में 40 से ज़्यादा लोग मारे गए थे तथा दर्जनों घायल हो गए थे ।
श्री चौधरी के वकील, एतज़ाज़ अहसान ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को “पूरे देश की जीत“ बताया है । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, शौकत अज़ीज़ ने पाकिस्तानियों से “इस फैसले को शालीनता और गरिमा से स्वीकार करने“ के लिए कहा । श्री अज़ीज़ ने कहा, “संविधान और कानून की विजय हुई है और हमेशा होनी चाहिए ।“ अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता, टॉम केसी ने संकट हल होने का स्वागत कियाः
“हमारे लिए इसका अर्थ यह है कि पाकिस्तानी लोग इस तरह की बहुत कठिन राजनीतिक समस्याओं को शांतिपूर्ण ढंग से, और इससे से भी महत्वपूर्ण यह है कि संस्थाओं के जरिये तथा कानून के तहत सुलझा सकते हैं । मेरे विचार से पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति का यह सकारात्मक पहलू है कि इस तरह के मुद्दे प्रतिष्ठित संस्थाओं के जरिये, कानून के तहत हल किये जा सकते हैं और वास्तव में उन्हें सभी पक्षों द्वारा स्वीकार किया जाता है और उनका सम्मान किया जाता है । ”
श्री केसी ने कहा कि राष्ट्रपति मुशर्रफ पाकिस्तान में हिंसक चरमपंथियों से मुकाबला करने और राजनीतिक सुधार लाने के लिए काम कर रहे हैं--