पाकिस्तान में अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबाइली इलाके में दो दिनों में हुए आतंकवादी हमलों में करीब 80 लोग मारे गए और 150 से ज्यादा घायल हो गए । तालिबान-समर्थक आत्मघाती बमधारकों ने एक पुलिस भर्ती केंद्र और सेना के काफिले पर हमले किये ।
ये हमले पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में लाल मस्जिद के परिसर की 8 दिन तक चली घेराबंदी के बाद किये गए । पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और मस्जिद के कट्टरपंथी नेता अब्दुल रशीद गाज़ी के नेतृत्व में चरमपंथियों के बीच हुई लड़ाई में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे । पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ ने पूछा, "ये लोग किस तरह के इस्लाम का प्रतिनिधित्व करते हैं ?" श्री मुशर्रफ ने कहा, "पाकिस्तान में आतंकवाद और चरमपंथ खत्म नहीं हुआ है, लेकिन हमारा संकल्प उन्हें खत्म करने का है ।"
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्टीफन हेडली ने कहा, "पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में तालिबान का संगठित होना, योजना और प्रशिक्षण कारगर नहीं हुए हैं । श्री हेडली ने कहा कि राष्ट्रपति मुशर्रफ ने नई चुनौती के जवाब में कबाइली क्षेत्र में और अधिक सैनिक भेज दिये हैं । श्री हेडली ने कहा, "हम इस स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए इस प्रयास का समर्थन करते हैं ।"
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सान मैककॉर्मेक ने सितंबर, 2006 में पाकिस्तान सरकार और कबाइली नेताओं के बीच हुए समझौते पर टिप्पणी की ।
"राष्ट्रपति मुशर्रफ और उनकी सरकार ने इन नेताओं के साथ समझौता किया था । पाकिस्तान सरकार के अपने सूत्रों ने स्वीकार किया है कि यह समझौता उस तरह कारगर नहीं हुआ, जैसी कि उन्हें आशा थी । हम इस आकलन से सहमत हैं और इसलिए वे इस समझौते को दूसरा रूप देने की कोशिश कर रहे हैं ।"
श्री मैककॉर्मेक ने कहा कि पाकिस्तान के कबाइली क्षेत्रों में बहुत कुछ किये जाने की जरूरत है ।
"यह ऐसा क्षेत्र नहीं है जो शेष पाकिस्तान से अच्छी तरह जुड़ा हुआ हो, बाकी दुनिया की तो बात ही छोड़ दें । इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए कि यहां हिंसक चरमपंथ को गहरी जड़ें जमाने का आधार न मिले, यह जरूरी है कि हम पाकिस्तान सरकार और अफगान सरकार के साथ मिलकर काम करें और यह देखें कि इस क्षेत्र के लोगों की बुनियादी ढांचा बनाने और उन्हें पाकिस्तान तथा शेष दुनिया के दैनिक जीवन में शामिल करने में मदद करने के लिए हम क्या कर सकते हैं ।"
अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री रिचर्ड बाउचर ने कहा कि राष्ट्रपति मुशर्रफ ने सीमांत प्रदेशों के तालिबानीकरण और पाकिस्तान के शहरी क्षेत्रों में चरमपंथ को रोकने के अपने संकल्प को दिखा दिया है ।