तुर्की अधिकारियों ने कहा है कि कुर्दिश वर्कर्स पार्टी या पीकेके के विद्रोहियों ने पूर्वी तुर्की में पुलुमर में एक सैन्य चौकी पर ग्रेनेड से हमला करके 7 तुर्की सैनिकों को मार दिया और 8 को घायल कर दिया ।
यह हमला उस समय किया गया है, जब तुर्की उत्तरी इराक के कुर्द क्षेत्र में छिपे पीकेके आतंकवादियों द्वारा सीमा पार से किये जा रहे हमलों का सामना करने के प्रयास बढ़ा रहा है । अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने कहा कि अमेरिका पीकेके आतंकवाद के बारे में तुर्की की चिंताओं को समझता है ।
"तुर्की को कुर्द आतंकवाद के बारे में चिंता है, जो तुर्की जमीन पर ही होता है । इसलिए हम इस बारे में उनकी कुंठा और दुख समझ सकते हैं । हर साल सैकड़ों तुर्क मारे जाते हैं ।"
श्री गेट्स ने कहा कि तुर्की को आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम करते रहना चाहिए । "हम तुर्की जमीन पर इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए तुर्कों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं । हमारा विचार है कि हम इस समस्या के बारे में उनके साथ मिलकर काम जारी रखेंगे और तुर्की को सुरक्षित रखने की कोशिश करेंगे तथा हमें आशा है कि सीमा के पार इराक में एकतरफा सैन्य कार्रवाई नहीं होगी ।"
1984 से पीकेके विद्रोहियों और तुर्क सुरक्षा फौजों के बीच लड़ाई में 30,000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने का अनुमान है । आतंकवाद पर अपनी नवीनतम रिपोर्ट में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उत्तरी इराक में पीकेके के 3,000 से ज्यादा आतंकवादी हैं । विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वहां से पीकेके दक्षिण-पूर्वी तुर्की के कुर्द-बहुल इलाकों में हमलों की व्यवस्था करता है और उन ताकतों को सहयोग देता है, जो तुर्की में हमले करती हैं ।
इराकी सरकार इराक को आतंकवादी गुटों की शरणस्थली नहीं बनने देगी, यह दिखाने के प्रयास में प्रधानमंत्री नूरी अल-मलीकी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के राज्य मंत्री शिरवान अल-वली को पीकेके के मुद्दे के लिए इराक का समन्वयक नियुक्त किया है । पीकेके का सामना करने के लिए अमेरिका के विशेष दूत, जनरल जॉसेफ राल्सटन हैं । अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सहायक प्रवक्ता टॉम केसी ने कहा कि जनरल राल्सटन का काम महत्वपूर्ण है ।
"जनरल राल्सटन तुर्की सरकार के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं और उनका संदेश इस मामले में सहयोग को बढ़ावा देने का रहा है ।"
अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस ने कहा है, "हरेक की जिम्मेदारी है कि इराक की जमीन को आतंकवादी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल न होने दें ।"