![140_Terrorism 140_Terrorism](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110141601im_/http://www.voanews.com/hindi/images/140_Terrorism1.jpg) |
Terrorism |
जिन लोगों ने हाल ही में योजना बनाकर मुंबई में आतंकवादी हमले किए हैं उन्हें अपने कुकृत्य पर प्रसन्न नहीं होना चाहिए . पूरा विश्व उनके द्वारा किए गए हमलों की एक स्वर से निंदा कर रहा है और पूरी दुनिया के नेताओं ने आतंकवाद को समूलनष्ट करने की सौगंध खाई है.
ऑस्ट्रेलिया ने इस बर्बरतापूर्ण जानलेवा हमले को एक कायराना हमले की संज्ञा दी है. जापान इसे औचित्यहीन
मानता है. और पाकिस्तान इन हमलावरों को न्याय के कटघरे में लाकर खड़ा करने हेतु भारत की सहायता करने
के लिए तैयार है. अमरीकी विदेश मंत्री कोंडोलिजा ने भारत जाकर कहा कि इस घड़ी में अमरीका सहानुभूतिपूर्वक
भारत की जनता के साथ खड़ा है. ब्रिटिश प्रधान मंत्री गोर्डन ब्राउन ने इन हमलावरों को मुहतोड़ जवाब देने का
संकल्प किया है. और एक वक्तव्य में निर्वाचित राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि आतंकवादियों के तंत्र को
जड़ से मिटाने के लिए अमरीका को भारत और अन्य देशों के साथ अपनी मैत्री मज़बूत करनी होगी.
मुंबई में हुए आतंकवादी हमले बर्बरतापूर्ण और अकल्पनीय थे. आतंकवादियों ने भीड़ पर स्वचालित राइफलों से
गोलियाँ चलाईं , हथगोले फेके और भोले भाले लोगों को बंधक बनाया. आतंकियों के पहले हमले का निशाना थे : रेलवे स्टेशन ,पर्यटकों के बीच लोकप्रिय रेस्तरां और एक यहूदी केन्द्र., दूसरी बार आतंकियों ने महिलाओं और बच्चों के एक अस्पताल को अपना निशाना बनाया . और अंत में मुंबई शहर के दो मशहूर राजसी होटल इन आतंकवादियों का लक्ष्य बने .
अमरीका मुंबई में हुए इन जानलेवा हमलों कि कड़ी निंदा करता है. राष्ट्रपति जॉर्ज बुश भारतीय जनता के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हैं और उन परिवारों के प्रति सहानुभूति प्रगट करते हैं जिनके भोले भाले सदस्य इन हमलों में मारे गए या घायल हुए . इस त्रासदी के समय श्री बुश भारतीय जनता के साथ खड़े हैं.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव डाना पेरिनो ने कहा कि अमरीका सरकार भारत सरकार को हर सम्भव सहायता देने को तैयार है.