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Richard Boucher |
दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री रिचर्ड बाउचर ने कहा है कि अमेरिका अफगानिस्तान और पाकिस्तान सरकार की उन लोगों तक पहुंच की कोशिशों का समर्थन करता है, जो चाहते हैं कि हिंसा और अराजकता दूर हो । ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन को हाल में दिये एक साक्षात्कार में सहायक विदेश मंत्री श्री बाउचर ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के अधिकारियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके पास वैसे लोगों की जगह है, जो सरकार के शासन के भीतर जीवन जीने की लड़ाई लड़ रहे हैं ।
27 अक्टूबर को आयोजित कबीलाई परिषद (जिरगा) में कबीलाई नेताओं के साथ अफगान एवं पाकिस्तानी अधिकारियों ने भी भाग लिया । वहां उनके बीच उन उग्रवादी तत्वों की तरफ हाथ बढ़ाने को लेकर सहमति हुई, जो पूर्व में तालिबान से जुड़ गए थे, लेकिन अब ऐसा लगता है कि वे हिंसा त्यागने, सरकार की सत्ता को स्वीकार करने और नागरिक जीवन में वापस आना चाहते हैं । 30 से अधिक पूर्व उग्रवादियों ने 2 नवंबर को हेरात में आयोजित शांति एवं सुलह के जलसे में अपने हथियार अफगान अधिकारियों को सौंपे । श्री बाउचर ने कहा कि एक बार अगर आपको स्थानीय लोगों का समर्थन प्राप्त हो जाता है तो दुश्मन अपने-आप अलग-थलग पड़ जाते हैं । इसके बाद आप इस प्रक्रिया को उन क्षेत्रों में लागू कर सकते हैं, जहां दुश्मन अपने हथियार डालना चाहते हैं और शांति बहाल करने के पक्ष में हैं । हो सकता है कि यह स्थानीय स्तर के उग्रवादियों पर ही लागू हो रहा हो ।
श्री बाउचर ने कहा कि सुलह के मामले में फैसला लेना अफगान और पाकिस्तानी जनता का काम है ।
श्री बाउचर ने कहा कि वर्ष 2008 में अफगानिस्तान की प्रांतीय एवं स्थानीय सरकार को समर्थन देने पर अधिक जोर दिया गया और यह सही भी है । उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की सेना सही ढंग से प्रगति कर रही है और वह उग्रवादियों के खिलाफ अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है । अफगानिस्तान की पुलिस को और मदद व प्रशिक्षण चाहिए । अमेरिका उन तरीकों पर विचार कर रही है, जिससे अफगानिस्तान शासन व कृषि से संबंधित आम लोगों की समस्याओं को बेहतर ढंग से हल कर सके । श्री बाउचर ने कहा कि अमेरिका इस बात में मदद कर रहा है कि अफगानिस्तान की सरकार के प्रभाव का दायरा बढ़े और वह लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सके ।