![Afghan President Hamid Karzai speaks during press conference at presidential palace in Kabul, 05 Nov 2008 Afghan President Hamid Karzai speaks during press conference at presidential palace in Kabul, 05 Nov 2008](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110132143im_/http://www.voanews.com/hindi/images/ap_afghanistan_karzai_05nov08_eng_175.jpg) |
Afghan President Hamid Karzai speaks during press conference at presidential palace in Kabul, 05 Nov 2008 |
मादक पदार्थों के तस्करों का सरगना होने का आरोपी हाजी जुमा खान अमेरिका की हिरासत में है । नशीले पदार्थों की तस्करी और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के आरोप में उसके खिलाफ मुकदमा चल रहा है ।
एक बयान में अमेरिकी दवा प्रशासन के कार्यकारी प्रशासक मिशेल ल्योनहार्ट ने कहा- हाजी जुमा खान के मादक पदार्थों का तस्करी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय संगठन से मिले पैसे से तालिबान की आतंकवादी गतिविधियों का खर्च चलता है । उन्होंने कहा उनकी गिरफ्तारी से तालिबान को मिलने वाली वित्तीय सहायता का एक महत्वपूर्ण संपर्क सूत्र टूट गया है । इससे मादक पदार्थों के गिरोह की चूलें हिल जाएंगी । इस गिरोह ने पूरी दुनिया के मादक पदार्थों के बाजारों में भारी मात्रा में हेरोइन की आपूर्ति की है ।
अमेरिकी अधिवक्ता माइकेल जे. गार्सिया ने कहा- खान ने 1999 से इस क्षेत्र में कदम रखा । उसने दक्षिणी अफगानिस्तान में मादक पदार्थों के उत्पादन की अवैध प्रयोगशालाओं के जरिये 40 टन से अधिक अफीम, मॉर्फीन और हेरोइन को प्रसंस्कृत करने एवं वितरण करने का काम करने वाले आपराधिक संगठन का नेतृत्व किया । श्री गार्सिया ने कहा कि खान के तालिबान उग्रवादियों से बड़े गहरे संबंध थे । वह अफीम के लिए पोस्त खेतों, तस्करी के रास्तों, मादक पदार्थों की प्रयोगशालाओं की सुरक्षा एवं अन्य सुविधाओं के एवज में इस कारोबार से होने वाले लाभ का हिस्सा दिया करता था ।
व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ नेशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी के निदेशक जॉन वॉल्टर्स ने कहा- अफगानिस्तान में शांति, एक फलती-फूलती अर्थव्यवस्था और कानून का शासन चाहिए, ताकि वह एक लोकतंत्र के रूप में सफल हो सके । इनमें से कुछ भी हासिल हो तो मादक पदार्थों के उत्पादन से सब गुड़ गोबर हो जाता है । उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अफीम के उत्पादन को लेकर जो ताजा खबर आई है, उससे थोड़ा उत्साह बढ़ा है ।
उन्होंने कहा- वर्ष 2007 में 8,800 टन अफीम का उत्पादन होता था, जो 2008 में घटकर
6,100 टन हो गया । अफीम के पोस्त की पैदावार वाली जमीन भी सिकुड़ी है । वर्ष 2007 में 2,02,000 हेक्टेयर जमीन में इसका उत्पादन होता था । 2008 में यह जमीन सिकुड़ कर 1,57,000 हेक्टेयर हो गया है । मतलब पोस्त के क्षेत्रफल में 22 प्रतिशत की कमी । वर्ष 2006 में 1,72,000 हेक्टेयर के स्तर में 10 प्रतिशत की कमी हुई है ।
अफगानिस्तान के उत्तर एवं पूर्वी इलाकों के अधिकतर भागों में अफीम का उत्पादन लगभग खत्म हो गया है । इन इलाकों के 34 प्रांतों में से 18 प्रांतों को अब पोस्त मुक्त होने का प्रमाण-पत्र मिल गया है । वर्ष 2007 में ऐसे प्रातों की संख्या 15 और 2006 में मात्र
12 थी । अन्य 11 अफगान प्रांतों में भी अफीम की खेती का स्तर काफी कम पाया गया । देश के पांच दक्षिणी प्रांत उग्रवादियों के गढ़ माने जाते हैं । अफगानिस्तान की मादक पदार्थों के खिलाफ जंग में अब ये राज्य अग्रिम पंक्ति में हैं । श्री वॉल्टर्स ने कहा कि अफगानिस्तान लंबे समय से हिंसा, गरीबी और मादक पदार्थों के अवैध कारोबार से लगी लत का शिकार रहा है । अमेरिका अफगानिस्तान की सरकार के साथ मिलकर मादक पदार्थों के कारोबारियों और उनके समर्थन से फूलने-फलने वाले आतंकवादियों को शिकस्त देने के अभियान में शामिल रहेगा ।