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Defense Secretary Robert Gates |
अमेरिका के रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने अमेरिकी सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति से कहा कि अफगानिस्तान में एक संगठित विद्रोह की वजह से लगातार जारी और बढ़ती हिंसा अमेरिकी नीति में एक बड़ी चिंता का विषय है ।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान को अपने यहां हथियारबंद कट्टरपंथियों को सुरक्षित ठिकाना नहीं देना चाहिए । इसके लिए दोनों को साथ मिलकर करना होगा । अमेरिका को इन दोनों देशों को इसके लिए प्रोत्साहित करना चाहिए । इसके लिए सीमा पर तालमेल के लिए अधिक केंद्रों की स्थापना का प्रस्ताव है । इन केंद्रों में नाटो के नेतृ्त्व वाले इंटरनेशनल सिक्यूरिटी असिस्टेंस फोर्स के जवान एवं अफगानी व पाकिस्तानी सैनिक तैनात रहेंगे । इसके अलावा वर्ष 2007 के साझे शांति सम्मेलन जिरगा का बाद जरूरी कदमों का उठाया जाना एवं त्रिपक्षीय आयोग की नियमित बैठकें किया जाना शामिल है ।
श्री गेट्स ने कहा- कबीलाई क्षेत्रों में सरकार के शासन को लागू करने एवं वहां रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को आर्थिक, चिकित्सीय एवं शैक्षिक सहायता देने के लिए हमें पाकिस्तान सरकार के साथ लगातार काम करना होगा । वहां के लोगों को इस तरह की सहायता की खासी जरूरत है ।
22 सितंबर को राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से अफगानिस्तान में अगले एक साल के लिए आईएसएएफ के मिशन की मियाद बढ़ा दी । इसके अलावा परिषद ने तालिबान उग्रवादियों, अल-कायदा आतंकवादियों और नशीले पदार्थों के अवैध कारोबारियों द्वारा चलाई जा रही एवं लगातार बढ़ती हिंसा से निपटने के लिए इस बल को और मजबूत किये जाने का आह्वान किया । इस मिशन के तहत अफगानिस्तान में 47,600 जवान तैनात हैं । वर्ष 2001 के अंत में अमेरिका द्वारा तालिबान को सत्ताच्युत करने के बाद इसका गठन हुआ । इसका गठन उस समय की अंतरिम सरकार को सुरक्षा बनाए रखने में मदद करना था । राष्ट्र संघ में अमेरिका के राजदूत जलमे खलिलजाद ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि सुरक्षा परिषद ने एक स्वर से आईएसएएफ की मियाद बढ़ाए जाने का समर्थन किया ।
क्षेत्र की हाल की एक यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री श्री गेट्स ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई से मुलाकात की । उन्होंने गठबंधन एवं नाटो के हवाई हमलों में भूलवश नागरिकों के मरने या घायल होने की घटनाओं के लिए खुद एवं अमेरिकी जनता की तरफ से खेद प्रकट किया । श्री गेट्स ने कहा कि हालांकि किसी सेना ने आम लोगों की मौत को रोकने के लिए इससे अधिक नहीं किया है, फिर भी यह साफ है कि हमें इससे भी अधिक काम करना होगा ।
अफगानिस्तान में अमेरिका के 31,000 सैनिक तैनात हैं । दो साल पहले वहां सिर्फ 21,000 अमेरिकी सैनिक थे । यहां और अधिक सैनिकों को तैनात किये जाने की योजना है ।
रक्षा मंत्री गेट्स ने अफगानिस्तान की जनता से कहा है कि वे हिंसक उग्रवादियों से जूझने में अकेले नहीं हैं । उन्होंने कहा कि इस बात पर उन्हें कोई शक नहीं होना चाहिए कि अमेरिका और पूरी दुनिया में उसके सहयोगी देश शांति और आजादी के अपने लक्ष्य को हासिल करने में आपके देश को हर मदद करने को वचनबद्ध हैं ।