![Sri Lanka Sri Lanka](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110150030im_/http://www.voanews.com/hindi/images/sri_lanka_1906.jpg) |
Sri Lanka |
श्रीलंका में सरकारी फौजों और विद्रोही संगठन, लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम या
तमिल टाइगर्स के बीच लड़ाई तेज़ हो गई है । इसके कारण, हज़ारों श्रीलंकाई नागरिक,
जिनमें बहुत सारे स्थानीय तमिल हैं, कठिनाइयां झेल रहे हैं । अनुमान है कि दो लाख
पुरुष, महिलाएं और बच्चे बेघर हो गए हैं । लड़ाई में मारे गए या घायल हुए नागरिकों
की संख्या की जानकारी नहीं है, लेकिन खतरा बहुत बड़ा है । बहुत से शरणार्थियों के
पास भोजन, पानी और अन्य जरूरी सामान की कमी है । श्रीलंकाई सरकार ने हाल ही में
राष्ट्र संघ और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय संगठनों से उत्तरी श्रीलंका के उन क्षेत्रों
से चले जाने का अनुरोध किया, जहां लड़ाई हो रही है ।
श्रीलंका को दान देने वाले सहयोगियों ने, जिन्हें द श्रीलंका डोनर को-चेयर्स
कहा जाता है और जिनमें यूरोपीय संघ, जापान, नॉर्वे और अमेरिका शामिल हैं, 24 सितंबर को
न्यूयॉर्क सिटी में बैठक की और उन नागरिकों की मदद करने के लिए, जो खतरे में हैं,
मानवीय कार्रवाई की जरूरत पर बल दिया । दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए
अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री रिचर्ड बाउचर ने कहा कि फिलहाल को-चेयर्स "लड़ाई में फंसे नागरिकों
के मानवाधिकारों की रक्षा और लोकतांत्रिक सरकार द्वारा उन क्षेत्रों में, जिन पर
वह कब्ज़ा कर रही है, लोगों को मानवाधिकार देने और उनका सम्मान करने की जिम्मेदारी
पर बहुत जोर दे रहे हैं ।"
सहायक विदेश
मंत्री बाउचर ने कहा कि एक अन्य तात्कालिक जरूरत लड़ाई से प्रभावित और विस्थापित
लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने की है । उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को यह
सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके बीच गोलीबारी में नागरिक न फंसें और वे लोगों को उन
स्थानों पर जाने दें, जहां वे सुरक्षित रह सकते हैं और जो लोग लड़ाई से प्रभावित
हो रहे हैं, उन तक मानवीय सहायता पहुंचाई जा सके । श्री बाउचर ने यह भी कहा कि
को-चेयर्स राष्ट्र संघ के उन संगठनों और मानवीय कार्यकर्ताओं के सरकारी क्षेत्रों में
श्रीलंका की सरकार के साथ मिलकर काम करने का भरपूर समर्थन करते हैं जो
विस्थापित लोगों और लड़ाई से प्रभावित लोगों की सहायता करने की कोशिश कर रहे हैं ।
श्रीलंका में 1983 में संघर्ष शुरू होने के बाद से 60,000 से ज़्यादा लोग मारे
जा चुके हैं और करीब 10 लाख विस्थापित हो गए हैं । 2007 के दौरान, अमेरिका ने
विस्थापितों को करीब दो करोड़ साठ लाख डॉलर की मानवीय सहायता दी थी ।
अमेरिका ने श्रीलंका में लड़ाई कर रहे सभी पक्षों से सारे श्रीलंकाई नागरिकों
के मानवाधिकारों का सम्मान करने का अनुरोध किया है, जिनमें आवागमन की स्वतंत्रता
और मानवीय सहायता हासिल करने देना शामिल है ।