|
Russian Prime Minister Vladimir Putin |
रूस की जॉर्जिया के अलग हुए क्षेत्रों, अबकाज़िया और
दक्षिण ओसेशिया में सैनिकों की बड़ी टुकड़ियां तैनात करने की योजनाओं से दक्षिण
कॉकेशस में जारी संकट के मामले में संघर्ष विराम को और अधिक नुकसान पहुंचने का
खतरा है ।
रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने इस महीने के
शुरू में कहा था कि लगभग 7,600 रूसी सैनिक दक्षिण ओसेशिया और अबकाज़िया में तैनात
किये जाएंगे । इनमें से हर क्षेत्र में 3,800 सैनिक होंगे । फ्रांस के राष्ट्रपति
निकोलस सर्कोज़ी की मध्यस्थता से हुए संघर्ष विराम समझौते के तहत, जिस पर
राष्ट्रपति मेदवेदेव और जॉर्जियाई राष्ट्रपति मिखाइल साकाशविली ने 14 अगस्त को
हस्ताक्षर किये थे, रूसी और जॉर्जियाई फौजों को उन ठिकानों पर लौटना होगा, जहां वे
7 अगस्त को लड़ाई शुरू होने से पहले थे ।
अमेरिका रूसी सरकार के बयानों से, जिनसे संकेत मिला
है कि रूसी फौजें स्थायी रूप से दक्षिण ओसेशिया और अबकाज़िया में रहेंगी, बहुत
अधिक चिंतित है । अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शॉन मैककॉर्मेक ने कहा कि
राष्ट्रपति मेदवेदेव और साकाशविली द्वारा किये गए संघर्ष विराम समझौते के अंतर्गत
रूसी सैनिकों को उन ठिकानों पर लौटना होगा, जिन पर वे 6 अगस्त से पहले थे ।
उन्होंने कहा कि रूसी सशस्त्र फौजों को 7 अगस्त से पहले के ठिकानों से आगे तैनात
करना संघर्ष विराम का उल्लंघन होगा ।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शॉन मैककॉर्मेक
ने कहा कि राष्ट्रपति मेदवेदेव की यह टिप्पणी कि करीब 7,600 सैनिक स्थायी तौर पर
अबकाज़िया और दक्षिण ओसेशिया में तैनात किये जाएंगे, संघर्ष विराम समझौते का खुला
उल्लंघन है । अमेरिका का आग्रह है कि रूस अपने वायदे का पालन करे ।