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10 जनवरी  2009 

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9-11 की याद में
21/09/2008

 

9-11 Anniversary
9-11 Anniversary
सात साल पहले 11 सितंबर, 2001 को 90 से ज्यादा देशों के करीब 3,000 पुरुष, महिलाएं और बच्चे मारे गए थे, जब आतंकवादियों ने अमेरिका पर हमला करके न्यूयॉर्क सिटी के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को नष्ट कर दिया था, वॉशिंगटन डी.सी के पास पेंटागन को क्षति पहुंचाई थी और पेनसिलवानिया के एक मैदान में एक नागरिक विमान को गिरा दिया था । राष्ट्रपति बुश ने कहा कि उस दिन से अमेरिका और उसके सहयोगियों ने वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ दुनिया भर में अभियान शुरू किया है ।

आतंकवाद हम सबको प्रभावित करता है । इससे त्रासदी, विनाश, मृत्यु और बहुत अधिक शोक होता है । हमने रूस के एक स्कूल में सैकड़ों मासूम बच्चों को मारे जाते देखा है, लंदन और मैड्रिड में यात्री रेलों में, फिलिपीन्स में एक नाव पर, कासाब्लांका में, अल्जीयर्स में, सऊदी आवासीय परिसरों में, सिनाई रिजॉर्ट में, उज़्बेक शहरों में और जोर्डन तथा इंडोनेशिया के होटलों में बीसियों नागरिक मारे गए थे ।

श्री बुश ने कहा, "हम नफरत और दमन की विचारधाराओं के विकल्प के तौर पर स्वतंत्रता, आजादी और समृद्धि को आगे बढ़ाकर आतंकवाद का मुकाबला कर रहे हैं ।"

श्री बुश ने कहा, "9-11 के बाद से हमारे गठबंधन ने दुनिया भर में अल-कायदा के प्रबंधकों और संचालकों तथा अन्य आतंकवादियों को पकड़ा या मारा है । दुश्मन लगातार दबाव में रह रहा है और हम उसे इसी तरह रखना चाहते हैं ।

राष्ट्रपति बुश ने कहा कि हमारे प्रयासों के कारण अब दुनिया में 11 सितंबर, 2001 की तुलना में आतंकवाद प्रायोजित करने वाले तीन देश कम हो गए हैं । अफगानिस्तान और इराक को आतंकवादी देशों से आतंकवाद के खिलाफ युद्ध करने वाले सहयोगियों में तब्दील कर दिया गया है और लीबिया ने आतंकवाद का त्याग कर दिया है तथा अपने व्यापक जन-विनाशक हथियार कार्यक्रमों को और अपनी परमाणु सामग्री तथा उपकरणों को छोड़ दिया है ।

11 सितंबर, 2001 की दुखद घटनाओं को याद करते हुए एक घोषणा में राष्ट्रपति बुश ने कहा कि सात साल पहले साधारण नागरिक इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए खड़े हुए, साथ मिलकर प्रार्थना की और असाधारण साहस का परिचय दिया और कुछ लोगों ने अपने प्यारे देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी । उन्होंने कहा कि उन लोगों का स्थायी स्मारक एक अधिक सुरक्षित और ज्यादा आशावादी विश्व होना चाहिए । उन्होंने कहा कि इतिहास हमारी जो परीक्षा ले रहा है, हम उस पर खरे उतरेंगे और विश्व को आतंकवाद से छुटकारा दिलाने के लिए लड़ते रहेंगे तथा दुनिया में स्वतंत्रता को प्रोत्साहन देंगे ।


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