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A female Iranian student holds a banner against the policies of the Iranian government at a demonstration at Tehran University |
ईरान के लोग आर्थिक कठिनाइयां झेल रहे हैं, जिसका कारण ईरान सरकार की
लापरवाही, कुप्रबंधन और जिम्मेदार व्यवहार के अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन
करना है ।
इस महीने ईरान के केंद्रीय बैंक ने ऐलान किया कि अगस्त में मुद्रास्फीति की दर
बढ़ कर 27.6 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में दर्ज की गई पिछली ऊंची दर, 26.1 प्रतिशत
से अधिक है । पिछले वर्ष के दौरान मुख्य भोजन, जैसे कि फलियों, मांस और चावल के
मूल्यों में वृद्धि हुई । ईरान के अंदर और बाहर, दोनों ही तरफ के अर्थशास्त्रियों
ने मुद्रास्फीति में वृद्धि के लिए सरकार के कुप्रबंधन को दोषी ठहराया है । इसके
अतिरिक्त इस तेल संपन्न देश में बिजली की कमी के कारण ब्लैकआउट हो रहे हैं और
ईरानियों की मुश्किलें बढ़ रही हैं ।
पिछले महीने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा ईरान पर जारी की गई एक रिपोर्ट
के बाद अगस्त की मुद्रास्फीति के बारे में घोषणा की गई है । अंतर्राष्ट्रीय
मुद्राकोष का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध भी ईरान की आर्थिक समस्याओं में
योगदान दे रहे हैं । राष्ट्र संघ ने ईरान द्वारा अपनी यूरेनियम संवर्धन
गतिविधियां, जिनसे परमाणु हथियार बनाया जा सकता है, रोकने की सुरक्षा परिषद की
मांग का पालन न करने के कारण उस पर तीन प्रकार के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं । अब
सुरक्षा परिषद और अधिक प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है । अमेरिका ने अपनी ओर से
वित्तीय प्रतिबंध लगाकर अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली तक ईरान की पहुंच सीमित कर
दी है । अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राष्ट्र संघ और
अमेरिका द्वारा कुछ ईरानी संस्थाओं पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण व्यापार के लिए
धन जुटाने और भुगतान करने में कठिनाई हो रही है, विदेशी पूंजीनिवेश कम हो रहा है
और उन वित्तीय संस्थाओं के मुनाफे पर प्रतिकूल असर पड़ रहा, जिन्हें निशाना बनाया
गया है ।
राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने कहा है कि ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों का
लक्ष्य ईरानी लोग नहीं, बल्कि सरकार है ।
उन्होंने कहा कि वास्तव में हम चाहते हैं कि ईरानी लोग सम्पन्न हों । वहां एक
आशाजनक समाज का होना हमारे हित में है । यह उनकी सरकार है, जिसने उन्हें दुनिया
में उनका उचित स्थान नहीं दिलाया है ।
राष्ट्रपति बुश ने कहा कि अगर ईरान सरकार अपने संवर्धन कार्यक्रम को पुष्टि
करने लायक ढंग से स्थगित कर दे तो आगे का रास्ता बेहतर हो सकता है । श्री बुश ने
कहा कि ईरान सरकार ने एक चुनाव किया है और ईरानी जनता के लिए यह एक बुरा चुनाव है
। ईरानी लोग दुनिया से अलग-थलग कर दिये जाने के बजाय बेहतर स्थिति के हकदार हैं ।