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US Defense Secretary Robert Gates (file) |
इराक में अमेरिकी सैनिकों की संख्या बढ़ाने से मिली सफलता की वजह से सुरक्षा जिम्मेदारियों को इराकियों के हवाले करने के काम को जारी रखना संभव हो रहा है । अमेरिका के रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने इराक की अपनी 8वीं यात्रा के मौके पर कहा कि उन्हें लगता है कि अमेरिका की लड़ने की भूमिका लगातार घटती चली जाएगी । इसमें कोई शक नहीं कि हमारा काम बदलाव लाना है । अमेरिका के सैनिकों का काम इराकी सुरक्षा बलों को उग्रवाद से लड़ने में मदद करना भर रह जाएगा । अब साफ है कि उग्रवादियों के बीच भगदड़ मची हुई है और वे भाग रहे हैं ।
इराकी बलों ने ही हाल के महीनों में तमाम सुरक्षा अभियानों का नेतृत्व किया है । फिलहाल इराक के पास अपने 18 प्रांतों में से 11 प्रांतों की सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी मिली हुई है । सबसे हाल में उन्हें अनबर प्रांत की जिम्मेदारी दी गई है । यह वही प्रांत है, जो कभी सुन्नी उग्रवाद का गढ़ था । ऐसी संभावना है कि इस साल अमेरिकी सैनिक दो और प्रांतों की जिम्मेवारी उन्हें देंगे ।
अमेरिकी सैन्य नेताओं का यह भरोसा बना हुआ है कि सुरक्षा में सुधार की जो स्थिति बनी है, वह जारी रहेगी । इराक में दूसरे नंबर के अमेरिकी कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल लॉयड ऑस्टिन ने पत्रकारों से कहा कि सुरक्षा के लिए उठाए गए प्रमुख कदमों की वजह से एक साल में करीब 80 प्रतिशत का सुधार आया है ।
लेकिन ऐसे कई मील के पत्थर हैं, जिन्हें तय करना अभी बाकी है । उनमें एक वह विधेयक है, जिसके लागू होने पर इस साल के अंत के पहले पूरे इराक में चुनाव कराए जा सकेंगे । उदाहरण के तौर पर यह जरूरी है कि सुन्नी अवेकनिंग नामक संगठन के सदस्यों को इराकी सरकार में अपनी आवाज उठाने का मौका मिले और वे अर्थव्यवस्था के साथ जुड़ सकें । श्री गेट्स ने कहा कि इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि अमेरिका और इराक के सैनिक अल-कायदा उग्रवादियों और ईरान की शह पर चल रहे शिया उग्रवादी लड़ाकुओं पर दबाव बनाए रखें ।
इराक में अभी तक जो सफलता मिली है, उसका श्रेय अमेरिकी सैनिकों, इराकी सुरक्षा बलों और उन बहादुर कबाइलियों और अन्य नागरिकों को जाता है, जिन्होंने उनके साथ काम किया । अमेरिका और इराक की बहुराष्ट्रीय सेना में शामिल देश आतंकवादियों को शिकस्त देने एवं मध्य-पूर्व के मध्य में लोकतंत्र को बनाने की दिशा में इराकियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते रहेंगे ।