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Outgoing Pakistani President Pervez Musharraf salutes as he leaves the presidential house in Islamabad, Pakistan, 18 Aug 2008 |
18 अगस्त को श्री परवेज़ मुशर्रफ़ ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति पद
से त्यागपत्र देने की घोषणा की । पाकिस्तान के संविधान के अनुसार अब राष्ट्रपति
मुशर्रफ़ का त्यागपत्र देश की लोकसभा के अध्यक्ष के पास जाएगा । त्यागपत्र स्वीकार
हो जाने के बाद पाकिस्तान की राज्य सभा के अध्यक्ष तब तक देश के कार्यवाहक
राष्ट्रपति रहेंगे जब तक संसद और चार प्रांतीय सभाएं नया राष्ट्रपति नहीं चुन
लेतीं ।
उस दिन बाद में
जारी एक वक्तव्य में अमरीकी विदेश मंत्री कौंडोलीज़ा राइस ने कहा था “राष्ट्रपति
मुशर्रफ़ अमरीका के मित्र और आतंकवाद और अतिवाद विरोधी लड़ाई में विश्व के सबसे अधिक
प्रतिबद्ध साथियों में से एक रहे हैं । राष्ट्रपति मुशर्रफ़ ने अल क़ायदा, तालेबान,
और पाकिस्तान, उसके पड़ोसी देशों और विश्व के सभी साथी देशों के लिए ख़तरा बने
अतिवादी दलों के विरुद्ध लड़ाई में शामिल होने का कठिन विकल्प चुना । डा. राइस ने
आतंकवाद विरोधी लड़ाई में नेतृत्व के लिए राष्ट्रपति मुशर्रफ़ के प्रति गहन आभार
व्यक्त किया ।
विदेश मंत्री
राइस ने पाकिस्तान की लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई ग़ैर सैनिक सरकार की देश का
आधुनिकीकरण करने और लोकतांत्रिक संस्थानों के निर्माण की इच्छा पूरी करने में
अमरीका का सहयोग जारी रखने का वचन भी दिया । विदेश मंत्री राइस ने कहा कि अमरीका
ने पाकिस्तान की सरकार में परिवर्तन लाकर लोकतांत्रिक सरकार की स्थापना का समर्थन
किया है और वह फ़रवरी में हुए संसदीय और प्रांतीय सभा चुनाव परिणामों का सम्मान
करता है । डा. राइस ने कहा “हमारा विश्वास है कि उस देश में लोकतांत्रिक और
संवैधानिक प्रक्रिया, पाकिस्तान के भविष्य और आतंकवाद विरोधी उसकी लड़ाई की आधार है
।
डा. राइस ने कहा
“अमरीका, पाकिस्तान की सरकार और उसके राजनीतिक नेताओं के साथ काम करना जारी रखेगा
और उनसे आग्रह करता है कि वह पाकिस्तान के भविष्य और उसकी सबसे तात्कालिक
आवश्यकताओं पर अपना ध्यान दुगना कर दें, जिनमें आतंकवाद को बढ़ने से रोकना,
खाद्यान्न और ऊर्जा की कमी दूर करना, और आर्थिक स्थिरता का विकास शामिल हैं ।”
उन्होंने कहा “अमरीका, पाकिस्तान को एक स्थिर, संपन्न, लोकतांत्रिक, और आधुनिक
मुस्लिम राष्ट्र बनने का उसका लक्ष्य प्राप्त करने में सहायता करेगा ।”