अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तीसरा आर्थिक संवाद
इस्लामाबाद में पाकिस्तान के वित्त, राजस्व, आर्थिक मामले और सांख्यिकी मंत्री
सैयद नवीद कमर और अमेरिका के आर्थिक, ऊर्जा और व्यापारिक मामलों के सहायक विदेश
मंत्री डेनियल सुलिवान की सह-अध्यक्षता में हुआ । यह वार्ता अमेरिका-पाकिस्तान
आर्थिक भागीदारी को बढ़ाने और एक दीर्घकालिक, व्यापक संबंध को और अधिक विकसित करने
के उद्देश्य से हुई, जिससे पाकिस्तानियों और अमेरिकियों, दोनों को लाभ होगा ।
दोनों पक्षों ने बहुत सारे मुद्दों पर बातचीत की,
जिनमें वृहत आर्थिक नीति, श्रम, बौद्धिक सम्पदा अधिकार, ऊर्जा, कृषि सहयोग,
वित्तीय संगठनों से आतंकवाद का उन्मूलन और पुनर्निर्माण अवसर क्षेत्र शामिल हैं ।
अन्य मामलों में, संघशासित कबीलाई क्षेत्रों का विकास और विदेशी सहायता, क्षेत्रीय
सहयोग और मार्ग व्यापार, निजी क्षेत्र में सहयोग, द्विपक्षीय निवेश संधि और
पाकिस्तान सरकार के छात्रवृत्ति प्रस्ताव शामिल थे ।
अमेरिका और पाकिस्तान अर्थव्यवस्था को स्थिर करने,
घोषित वृहत आर्थिक नीति और उद्देश्यों पर कायम रहने और मौद्रिक तथा वित्तीय
समायोजन सहित पाकिस्तान के ढांचागत सुधारों को जारी रखने के पाकिस्तान सरकार के
प्रयासों के महत्व पर सहमत हो गए । पुनर्निर्माण अवसर क्षेत्र स्थापित करने पर
उपयोगी चर्चा हुई, जिससे संघशासित कबीलाई क्षेत्रों, उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत
और आज़ाद, जम्मू और कश्मीर के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों तथा अफगान सीमा के 100 मील
के भीतर बलूचिस्तान में रोजगार पैदा करने तथा आर्थिक विकास करने में मदद मिलेगी ।
पुनर्निर्माण अवसर क्षेत्र से इन क्षेत्रों में उद्योग प्रतिष्ठानों के निर्यात को
बाजार में ज्यादा पहुंच मिलेगी और सीमावर्ती क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा
होंगे ।
आर्थिक अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से व्यापार
उदारीकरण, बौद्धिक संपदा की रक्षा तथा श्रम के मुद्दों पर भी चर्चा की गई ।
द्विपक्षीय पूंजीनिवेश संधि को सम्पन्न करने के लिए शेष रह गए मुद्दों पर भी
उपयोगी चर्चा हुई, जिससे एक अधिक उदार, पारदर्शी और अनुमान लगाने लायक व्यापार
वातावरण बनाने को प्रोत्साहन मिलेगा । पाकिस्तानी छात्रों के लिए अमेरिकी
विश्वविद्यालयों में पढ़ने के अवसर बढ़ाने के उपायों पर भी विचार किया गया, जिसमें
छात्रवृत्ति के अवसर बढ़ाना शामिल है तथा इस मुद्दे को आगे बढ़ाने पर भी सहमति हुई
।
आतंकवाद को आर्थिक सहायता रोकने और पैसे के घोटाले
से संबंधित मुद्दों से बेहतर ढंग से निपटने के कदमों की भी समीक्षा की गई ।
सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास को प्रोत्साहन देने के पाकिस्तान के प्रयासों को
समर्थन देने के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया गया ।
दोनों प्रतिनिधि दल 2009 में अमेरिका में फिर से
मिलने पर सहमत हो गए । अमेरिका पाकिस्तान के साथ मजबूत संबंध बनाने के लिए पूरी
तरह प्रतिबद्ध है ।