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President Bush |
अमेरिका के स्वतंत्रता के एजेंडा का एक प्रमुख
उद्देश्य दुनिया भर में मानवाधिकारों को प्रोत्साहन देना है । राष्ट्रपति जॉर्ज
बुश ने कहा, "स्वतंत्र देशों की भूमिका विश्व के अत्याचारियों के हथियारों पर दबाव डालना और
उन कैदियों को मजबूत करना है, जो अपनी आजादी के लिए लड़ रहे हैं ।"
अमेरिका ने ईरान, सूडान, सीरिया और ज़िम्बाब्वे जैसे
देशों की अत्याचारी सरकारों द्वारा किये जा रहे मानवाधिकार हनन के खिलाफ आवाज़
उठाई है । अमेरिका ने उन देशों में दुर्व्यवहार के खिलाफ भी आवाज उठाई है, जिसके
साथ उसके मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जिनमें मिस्र, सऊदी अरब और चीन शामिल हैं ।
राष्ट्रपति बुश ने कहा, "इस प्रतिबद्धता पर कायम रहते हुए मैं दुनिया भर में
अंतरात्मा के सभी कैदियों को रिहा करने की फिर मांग करता हूं, जिनमें मिस्र के
अयमान नूर, बर्मा की आंग सान सू ची, क्यूबा के ऑस्कर बीसेत और सीरिया के रियाद
सैयफ शामिल हैं ।
अन्य लोग भी हैं, जो स्वतंत्रता के उद्देश्य के कारण
तकलीफें झेल रहे हैं और उन्हें भुलाया नहीं जाना चाहिए । इनमें नॉर्मेंडो
एयरनान्देज गोंसालेज भी शामिल हैं, जो वहां की सरकार के बारे में सच बोलने के कारण
क्यूबा की जेल में हैं । बेलारूस में अलेक्जेंडर कोजूलिन वहां के तानाशाह
अलेक्जेंडर लुकाशेंको के खिलाफ राष्ट्रपति पद के लिए खड़े होने का साहस करने के
कारण जेल में बंद हैं ।
बहुत सारे असंतुष्ट भाग कर अमेरिका आ गए हैं । इनमें
ईरानी असंतुष्ट मानूचेयर मोहम्मदी शामिल हैं । ईरान की कुख्यात एविन जेल में सात
वर्ष रहने के बाद, जहां उन्हें यातना दी गई थी और उन्हें अपने भाई की मौत सहन करनी
पड़ी, श्री मोहम्मदी ईरान से भाग गए और 2006 में अमेरिका आ गए । सुश्री चो जिन ही
ने उत्तर कोरिया में अपने परिवार के कई सदस्यों को भूख से मरते देखा । सुश्री चो
चीन भाग गईं और मार्च, 2008 में उन्हें अमेरिका में शरण मिल गई ।
राष्ट्रपति बुश ने अलोकतांत्रिक देशों में काम कर
रहे सभी वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों को राजनीतिक असंतुष्टों और लोकतांत्रिक
कार्यकर्ताओं के साथ नियमित संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया है । श्री बुश ने
कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि "अमेरिका हमेशा उन लोगों के साथ खड़ा होता है, जो
स्वतंत्रता तलाश करते हैं और कभी भी दुनिया भर में मानवाधिकार हनन पर अंतरात्मा का
प्रकाश डालने से नहीं हिचकता ।"