अफ्रीका में चुनावी उथल-पुथल के इस साल में लोकतंत्र के मोर्चे पर इस महीने सियेरा लियोन में थोड़ी अच्छी खबर सामने आई है । यहां स्थानीय सरकारी पदों के लिए हुआ मतदान आमतौर पर शांत रहा ।
![Lines are calm and orderly for Sierra Leone's presidential runoff, 08 Sep 2007 Lines are calm and orderly for Sierra Leone's presidential runoff, 08 Sep 2007](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110121942im_/http://www.voanews.com/hindi/images/voa_barber_sierra_leone_election_195_08Sep07.jpg) |
Lines are calm and orderly for Sierra Leone's Election.
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साल सियेरा लियोन में आमचुनाव और इस महीने के शुरू में स्थानीय चुनावों का शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न होना केन्या और ज़िम्बाब्वे के चुनावों के बाद उत्पन्न अशांति के बिल्कुल उलट है । खासकर सियेरा लियोन के हाल के इतिहास को देखते हुए यह महत्वपूर्ण घटना है । वर्ष 1991 से लेकर
2002 तक सियेरा लियोन में हुए युद्ध के दौरान दसों हजार लोग मारे गए थे और पूरी आबादी के एक-चौथाई यानी 10 लाख से अधिक लोग घायल या विस्थापित हो गए थे ।
अंतर्राष्ट्रीय शांति सैनिकों को अंततः कानून और व्यवस्था बहाल करने के लिए बुलाना पड़ा था और एक राष्ट्रीय आयोग ने सुलह में मदद की । युद्ध खत्म होने के बाद से अब तक सियेरा लियोन में दो चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं, जो विश्वसनीय माने जा रहे हैं । एक चुनाव राष्ट्रपति का हुआ और दूसरा संसदीय चुनाव । वर्ष 2004 में 32 सालों में पहली बार वहां स्थानीय चुनाव हुए । पिछले साल पूर्व विपक्षी पार्टी को संसद में बहुमत हासिल हुआ और फिर उसने राष्ट्रपति पद हासिल किया । पहली बार फैसला नहीं होने पर राष्ट्रपति चुनाव दूसरी बार कराना पड़ा था ।
ऐसा नहीं था कि मतदान में कमियां नहीं थीं । बड़ी राजनीतिक पार्टियों पर तंग करने के आरोप लगे थे । यह आरोप भी लगा कि कुछ निर्दल एवं विपक्षी उम्मीदवारों को चुनाव से बाहर होने के लिए डराया-धमकाया गया । वर्ष 2004 की तुलना में मतदान में भाग लेने वाले वोटरों की संख्या भी कम लगती है ।
स्वशासन की एक बड़ी तस्वीर पर अगर नजर डालें तो सियेरा लियोन के लोग इस बात का गर्व कर सकते हैं कि युद्ध की समाप्ति के बाद उन्होंने इसे हासिल कर लिया है । नियमित रूप से चुनावों का शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष रूप से सम्पन्न होना राष्ट्रीय राजनीतिक प्रक्रिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है