|
Hostages freed from FARC rebels in Colombia
|
विश्व के बहुत सारे भागों से आ रही बुरी खबरों और
दुखद घटनाओं के बीच कोलंबिया में आशा की एक चमकदार किरण दिखाई दी, जब वर्षों से नशीली दवाओं का
धंधा करने वाले आतंकवादी विद्रोहियों के
चगुल में फंसे 15 बंधकों को छुड़ा लिया गया । यह उस मिशन की सफलता थी, जिसकी योजना
कई महीनों से बनाई जा रही थी और जिसे कुशलता से अंजाम दिया गया । यह उन आतंकवादी
ताकतों के लिए भी एक और आघात था, जो लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए नेताओं को उखाड़ने
की कोशिश कर रहे थे, और इससे साबित होता है कि ऐसे गुटों से निपटने के लिए ताकत और
सतत प्रयास की जरूरत है ।
तीन अमेरिकी रक्षा ठेकेदारों-थॉमस होवेस, मार्क गोन्सालवेज़
और कीथ स्टेनसेल, कोलंबियाई राष्ट्रपति पद की पूर्व उम्मीदवार इंग्रिड बेटनकोर्ट
और 11 अन्य कोलंबियाई नागरिकों को छुड़ाया गया । ये लोग उस उच्च शख्सियत वाले गुट में
थे, जिन्हें रिवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेज़ ऑफ कोलंबिया, या एफएआऱसी, ने कोलंबिया
के राष्ट्रपति अलवारू उरीबे की सरकार के साथ बंदियों की अदला-बदली पर सौदेबाज़ी
करने के प्रयास में बंधक बनाया हुआ था । एफएआरसी ने सैंकड़ों अन्य लोगों को फिरौती
के लिए उनकी इच्छा के खिलाफ बंधक बनाया हुआ है, फिरौती के धन का इस्तेमाल आतंकवादी
गतिविधियां चलाने के लिए किया जाना है । । अमेरिका इन बंधकों की सेहत और बेहतरी के
लिए एफएआरसी को जिम्मेदार ठहराता रहेगा ।
एफएआरसी में घुसपैठ करने वाले कोलंबियाई सैन्य और
खुफिया एजेंटों ने यह बचाव अभियान संपन्न किया और बंधकों को बिना एक भी गोली चलाए
छुड़ा लिया। यह ऐसा अभियान था, जिस पर सभी कोलंबियाई नागरिकों को बहुत गर्व होना
चाहिये ।
इस अभियान के तुरंत बाद राष्ट्रपति बुश ने बधाई देने
और हमारे नागरिकों की सुरक्षित रिहाई के लिए धन्यवाद देने के लिए राष्ट्रपति उरीबे
से बात की । कोलंबिया लैटिन अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र अमेरिका का एक सबसे
घनिष्ठ सहयोगी है और वॉशिंगटन के नेताओं को इस रिश्ते पर गर्व है ।
एफएआरसी को अब इस नुकसान से सबक सीखना चाहिए और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की अपने
हथियार डालने तथा बंधकों को रिहा करने की मांगें मान लेनी चाहिए, ताकि उनका अपने
परिवारों से पुनर्मिलन हो सके । सभी लोकतांत्रिक सरकारों को कोलंबिया का साथ देना
चाहिए और नशीली दवा के व्यापारी-आतंकवादी संगठनों, जो वोट के बजाय बंदूक के सहारे
अपना शासन थोपना चाहते हैं, के खिलाफ संघर्ष में उसकी मदद करनी चाहिए ।