![Sri Lanka](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110115440im_/http://www.voanews.com/hindi/images/sri_lanka_190.jpg) |
Sri Lanka |
श्रीलंका और मालदीव में अमेरिकी राजदूत रॉबर्ट ब्लेक ने कहा है कि समुद्री सुरक्षा विश्व और दक्षिण एशिया के लिए रणनीतिक और आर्थिक महत्व की है । सन आईलैंड, मालदीव में आयोजित दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय बंदरगाह सुरक्षा सम्मेलन में बोलते हुए राजदूत ब्लेक ने कहा कि विश्व के व्यापार का लगभग 80 प्रतिशत, जिसमें अत्यंत आवश्यक ऊर्जा आपूर्ति भी शामिल है, समुद्री रास्तों से होता है । इस व्यापार का काफी बड़ा हिस्सा उन समुद्री रास्तों से होता है, जो मालदीव से होकर जाते हैं ।
राजदूत ब्लेक ने कहा कि हिंद महासागर को भी वही खतरे हैं, जो विश्व के अन्य क्षेत्रों को हैं- नशीली दवाओं का अवैध व्यापार, हथियारों का अवैध व्यापार, मानव तस्करी, समुद्री डकैती, प्रदूषण, प्राकृतिक आपदाएं, दुर्घटनाएं और युद्ध । इस सूची में समुद्री आतंकवाद और जन-विनाशक हथियारों के प्रसार की बढ़ती हुई चिंता भी शामिल है ।
श्रीलंका को लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम या तमिल टाइगर्स आतंकवादी संगठन से विशेष समुद्री खतरे का सामना करना पड़ रहा है । हर रोज श्रीलंकाई नौसेना को अपने समुद्री तट के 12 मील के दायरे में 400 से 500 जहाजों की निगरानी करनी पड़ती है । हर साल अकेले कोलंबो बंदरगाह 1.9 करोड़ से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय कंटेनरों के लिए व्यवस्था करता है । इस बंदरगाह की सुरक्षा और दक्षता श्रीलंका की अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है ।
श्री ब्लेक ने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम से बंदरगाह, द्वीप और उसके आस-पास के समुद्री क्षेत्र की रक्षा करने के लिए श्रीलंकाई नौसेना की निष्ठा और सफलता की सराहना की । 2007 के दौरान श्रीलंका की नौसेना ने तमिल टाइगर्स के उन बहुत सारे जहाजों को डुबो दिया, जो आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हथियार पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे ।
कोलंबो अमेरिकी कंटेनर सुरक्षा पहल और मेगापोर्ट्स परमाणु जांच कार्यक्रम, दोनों को लागू करने वाला एशिया का पहला बंदरगाह था । श्रीलंका कंटेनर सुरक्षा पहल या सीएसआई में उन 58 विदेशी बंदरगाहों में से एक है, जिसके जरिये अमेरिकी कस्टम अधिकारी अमेरिका जाने वाले जहाजों में माल की लदाई से पहले उसकी जांच करने के लिए अपने विदेशी समकक्षों के साथ मिलकर काम करते हैं । श्रीलंका ने अमेरिकी राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रशासन द्वारा बनाए गए मेगापोर्ट्स कार्यक्रम को भी लागू किया है । यह अमेरिका के साथ साझेदारी करने वाले देशों को किसी बंदरगाह से गुजरने वाले माल के कंटेनर में रेडियोधर्मी सामग्री का पता लगाने के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराता है ।
राजदूत ब्लेक ने कहा कि अमेरिका हिंद महासागर के महत्वपूर्ण समुद्री रास्तों की सुरक्षा में मदद करने के लिए दक्षिण एशियाई क्षेत्र के सभी देशों के साथ काम करने का इच्छुक है ।