![Richard Boucher (file photo)](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110130917im_/http://www.voanews.com/hindi/images/VOA_SHerman_SriLanka_Richard_Boucher_30may06_03.jpg) |
Richard Boucher (file photo) |
दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री रिचर्ड बाउचर ने कहा कि दक्षिण एशिया ऐसा क्षेत्र है, जहां बहुत सारी चुनौतियां हैं- गरीबी, बीमारी, आतंकवाद, नशीली दवाएं, कमजोर प्रशासन, भ्रष्टाचार और प्राकृतिक आपदाएं । अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेशी मामलों की उप समिति के समक्ष बयान देते हुए राजदूत बाउचर ने कहा कि अमेरिका की क्षमताओं, संसाधनों और आदर्शों के कारण हम ऐसी विशिष्ट स्थिति में हैं कि इस क्षेत्र को ऐसे क्षेत्र में बदलने में मदद कर सकते हैं, जहां लोकतांत्रिक स्थिरता हो और जो चरमपंथ से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हो ।
लोकतांत्रिक संस्थाओं के निर्माण के प्रयासों को समर्थन देकर अमेरिका विशेष रूप से अफगानिस्तान में स्थानीय और जिला स्तर पर अच्छा प्रशासन विकसित करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है । अमेरिका आगामी राष्ट्रपतीय, संसदीय और प्रांतीय चुनावों को बहुत महत्व देता है और उसने इन चुनावों में मदद देने के लिए अमेरिकी कांग्रेस से 19 करोड़ डॉलर से अधिक का अनुदान देने का अनुरोध किया है । राजदूत बाउचर ने कहा कि पाकिस्तान में हाल ही में हुए चुनावों के नतीजे से पाकिस्तानी जनता की लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता और चरमपंथ को अस्वीकार करने का पता चला । उन्होंने कहा कि अमेरिका को लोकतंत्र का समर्थन करने तथा न्यायपालिका को मजबूत बनाने के कार्यक्रमों के लिए पैसा देकर इस अवसर का लाभ उठाने में पाकिस्तानी जनता की मदद करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार बांग्लादेश में भी लोकतंत्र और अच्छे प्रशासन का समर्थन करने के लिए 2 करोड़ डॉलर से ज्यादा खर्च करना चाहती है ।
राजदूत बाउचर ने चेतावनी दी कि विद्रोही और हिंसक चरमपंथी क्षेत्रीय स्थिरता और विश्व की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बने हुए हैं । इसीलिए उन्होंने कहा-
"हमने अफगान सेना और पुलिस बल को बनाने के लिए बहुत पैसा खर्च किया, जो देश में स्थिरता लाने के लिए महत्वपूर्ण तत्व है । अब हम कबीलाई क्षेत्रों में पाकिस्तानी सुरक्षा फौजों में परिवर्तन करने में मदद करने का कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं ताकि वे उन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर सुरक्षा प्रदान कर सकें । हम बांग्लादेश, पाकिस्तान और अन्य स्थानों पर आतंकवाद-विरोधी सहायता और रास्ते उपलब्ध करा रहे हैं और हमने अफगानिस्तान तथा उसके सभी पड़ोसी देशों में सीमा नियंत्रण और नशीले पदार्थों पर अंकुश लगाने के कार्यक्रम चलाए हैं ।"
अन्य अमेरिकी सहायता कार्यक्रमों का लक्ष्य इस क्षेत्र में रोगों से लड़ना, स्वास्थ्य में सुधार करना, शिक्षा को समर्थन देना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है ।
राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने वित्तीय वर्ष 2009 के लिए अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, नेपाल, श्रीलंका और मालदीव के लिए 2 अरब डॉलर से ज्यादा की राशि की मांग की है । राजदूत बाउचर ने कहा कि अमेरिका ने दक्षिण एशिया में बहुत सारे मोर्चों पर प्रगति की है, लेकिन आगे महत्वपूर्ण चुनौतियां बनी हुई हैं ।