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पाकिस्तान लोकतंत्र की राह पर अग्रसर
07/05/2008

Deputy Secretary of State John Negroponte testifies on Capitol Hill in Washington <br/> (File Photo - 06 Mar 2008)
Deputy Secretary of State John Negroponte
अमेरिका की नेशनल एंडाउमेंट फॉर डेमोक्रेसी नामक संस्था के पाकिस्तान फोरम पर बोलते हुए अमेरिकी उप विदेश मंत्री निग्रोपोंटे ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान उसके साथ अगली पंक्ति में खड़ा है ।

श्री निग्रोपोंटे ने कहा कि दशकों से अमेरिका का पाकिस्तान के साथ ऐसा संबंध नहीं रहा, जिसमें हमारी नीतिगत प्राथमिकताओं का पूरा परिदृश्य शामिल रहा हो । इसका नतीजा यह हुआ कि इस महत्पूर्ण देश के साथ हमारा वैसा सामरिक संबंध नहीं बन पाया, जैसा बनना चाहिए था । इस संबंध के आसानी से छिन्न-भिन्न होने का जोखिम बना रहा । उन्होंने कहा कि इस स्थिति को बदलने की जरूरत है । उन्होंने कहा-

“मैं मानता हूं कि यहां एक व्यापक सहभागिता की जरूरत है, सिर्फ पाकिस्तानी सरकार के साथ नहीं, बल्कि वहां के लोगों के साथ भी । हम यह समझते हैं कि हमारा भाग्य यानी हमारी सुरक्षा, हमारी आजादी और समृद्धि पाकिस्तान की जनता के भाग्य से जुड़ा है । पाकिस्तानी सरकार को अपनी सरजमीं पर नियंत्रण स्थापित करने और न्यायपूर्ण व मानवीय ढंग से जनता पर शासन करने में मदद करना अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी है । यह अफगानिस्तान में सफलता के लिए एक जरूरी शर्त है और ऐसा करना ठीक भी है ।“

श्री निग्रोपोंटे ने कहा कि पाकिस्तान में लोकतांत्रिक बदलाव एक मौका है, जब दोनों देशों के लोगों के बीच एक स्थायी सहभागिता को अंजाम दिया जा सकता है । उन्होंने कहा-

“हठधर्मी ताकतों द्वारा बेनज़ीर भुट्टो एवं अन्य निर्दोष लोगों की हत्या के बावजूद पाकिस्तान ने एक मध्यमार्गी एवं आर्थिक विकास व कानून के राज्य के प्रति समर्पित लोकतांत्रिक राजनीतिक ताकतों के समर्थन में हिंसक उग्रवादियों को खारिज करने का साहस दिखाया है । इन ताकतों के साथ मिलकर हमें दो बेहद महत्वपूर्ण लक्ष्यों को पूरा करने की तरफ आगे बढ़ना चाहिए । पहला लक्ष्य यह है, इस बदलाव के बाद पाकिस्तान को एक स्थायी और लोकतांत्रिक मुस्लिम देश के रूप में खड़ा करना और दूसरा लक्ष्य है, पाकिस्तान की सरकार को संसाधनों, क्षमताओं और हिंसक उग्रवादियों पर हावी होने की इच्छाशक्ति से लैस करना ।“

श्री निग्रोपोंटे ने अपने भाषण में पाकिस्तान के सीमा क्षेत्रों में सक्रिय आतंकवादियों से निबटने की पाकिस्तान की जरूरत पर जोर दिया । उन्होंने कहा-


”मैं यह साफ करना चाहता हूं कि जब तक संघीय रूप से शासित कबीलाई क्षेत्रों से नियंत्रित होने वाले हिंसक उग्रवाद को पूरी तरह काबू में नहीं किया जाता, हम संतुष्ट नहीं होने वाले । उग्रवादी उन क्षेत्रों का उपयोग हिंसक योजनाएं बनाने और अफगानिस्तान, पाकिस्तान व दुनिया के अन्य क्षेत्रों पर हमलों के लिए प्रशिक्षण देने व उन्हें अमल में लाने के लिए करे, यह मंजूर नहीं है ।“

श्री निग्रोपोंटे ने कहा कि अमेरिका उग्रवादियों से अपने लोकतंत्र को बचाने एवं उसकी रक्षा करने के लिए पाकिस्तान की मदद करेगा ।


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