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U.S. Secretary of State Condoleezza Rice |
विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस ने कहा है कि अमेरिका ईरान और सीरिया, दोनों के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए तैयार है ।
"परंतु उन्हें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ विवाद का नहीं, बल्कि सहयोग का रास्ता चुनना होगा ।"
विदेश मंत्री राइस ने कहा कि पिछले साल के दौरान अमेरिका ने अपने प्रयासों में, विशेषकर ईरान के संबंध में प्रगति की है ।
"हमने ईरान पर परमाणु क्षमता हासिल करने की कोशिश छोड़ने का दबाव बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मजबूत किया है, जिसमें राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंध लगाने का दूसरा प्रस्ताव भी शामिल है । अब हम तीसरा प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर बातचीत कर रहे हैं और मुझे विश्वास है कि अगले वर्ष हम इसे हासिल कर लेंगे । हमने ईरान की उन एजेंसियों, बैंकों और अग्रिम कंपनियों पर वित्तीय दबाव बढ़ा दिया है, जो अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली का दुरुपयोग करती हैं और हमने ईरान द्वारा उन चरमपंथियों को घातक सहायता देने को भी निशाना बनाया है, जो इराक और अफगानिस्तान में अमेरिकी और गठबंधन सैनिकों तथा निर्दोष नागरिकों पर हमले करते हैं ।"
सुश्री राइस ने वह पेशकश दोहराई, जो पहली बार जून, 2006 में की गई थी कि यदि ईरान राष्ट्र संघ के आदेश का पालन करे और अपनी यूरेनियम संवर्धन गतिविधियां रोक दें तो उसके साथ बातचीत की जा सकती है ।
"अगर ईरान केवल वह कदम उठा ले, जो सुरक्षा परिषद के पारित किये गए प्रस्तावों में कहा गया है और वह संवर्धन और रीप्रोसेसिंग स्थगित करना है, तो मैं अपने समकक्ष के साथ किसी भी स्थान पर, किसी भी समय और कहीं भी मिलने के लिए तैयार हूं और हम किसी भी बारे में बात कर सकते हैं ।"
विदेश मंत्री राइस ने कहा कि यह आवश्यक है कि ईरान को बातचीत की आड़ में इस प्रौद्योगिकी को अच्छी तरह सीखने और यूरेनियम संवर्धन जारी रखने की अनुमति न दी जाए, जो परमाणु हथियारों के निर्माण में सबसे कठिन कदम है । सुश्री राइस ने कहा कि इसीलिए निलंबन महत्वपूर्ण है ।
सुश्री राइस ने कहा कि संवर्धन करते रहने की कीमत ईरानियों को चुकानी पड़ी है । यह उल्लेखनीय है कि ईरान में कुछ ऐसे लोग हैं, जो सोचते हैं कि वे गलत रास्ते पर चल रहे हैं । विदेश मंत्री राइस ने कहा कि सवाल यह है कि क्या आप उन लोगों को आगे आने के लिए ज्यादा कारण दे सकते हैं ।