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President Bush gestures during his news conference at the White House in Washington, 4 Dec. 2007 |
अमेरिका की एक नई खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरानी सरकार ने वर्ष 2003 में ही अपने गुप्त परमाणु कार्यक्रम को रोक दिया था । नेशनल इंटेलिजेंस एस्टीमेट यानी NIE नामक यह ताजा रिपोर्ट वर्ष 2005 के अमेरिकी आकलन से अलग है । उसमें कहा गया था कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की दिशा में तेजी से सक्रिय है ।
नई रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय पैनी निगाह और दबाव की वजह से ईरान ने उस परमाणु हथियार कार्यक्रम का काम रोक दिया था, जिसका उसने कभी खुलासा नहीं किया । रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि लेकिन इतना तय है कि तेहरान ने परमाणु हथियार विकसित करने का विकल्प खुला रखा है । रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर वह परमाणु हथियार बनाने का फैसला लेता है तो इसके लिए उसके पास वैज्ञानिक तकनीकी और औद्योगिक क्षमता मौजूद है ।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्टीफन हेडली ने कहा है कि ताजा रिपोर्ट एक अच्छी खबर है । उन्होंने कहा-
“कम-से-कम इस रिपोर्ट ने इस बात की तो पुष्टि की है कि हम इस बात को लेकर सही चिंतित थे कि ईरान परमाणु हथियार बनाना चाहता है । इस रिपोर्ट में यह रेखांकित हुआ है कि ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने की हमारी कोशिशों ने रंग दिखाया है, लेकिन रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ईरान के परमाणु हथियार बनाने का जोखिम बना हुआ है । यह एक बहुत गंभीर समस्या है । ”
वॉशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने कहा कि ईरान अभी भी शांति के लिए खतरा है । श्री बुश ने खुलासा किया कि ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के शासनकाल में ईरान ने यूरेनियम संवर्धन फिर से शुरू किया है । यूरेनियम संवर्धन नागरिकों के उपयोग की ऊर्जा पैदा करने के लिए तो जरूरी है, लेकिन इसका उपयोग परमाणु हथियार बनाने में भी किया जाता है । उन्होंने कहा-
“ईरान खतरनाक था, खतरनाक है और अगर उसे परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी कुशलता हासिल हो गई तो वह खतरनाक बना रहेगा । ताजा खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान एक गुप्त परमाणु हथियार कार्यक्रम चला रहा था । रिपोर्ट में यह स्वीकार किया गया है । कौन गारंटी ले सकता है कि ईरान दूसरा गुप्त परमाणु हथियार कार्यक्रम नहीं चलाएगा ।”
राष्ट्रपति बुश ने कहा कि वे अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकने में लगे रहेंगे । श्री बुश ने कहा कि ताजा रिपोर्ट में यह नसीहत दी गई है कि इस मामले में डराना-धमकाना और फिर प्कैसे कारगर साबित हो सकता है । यह उन लोगों के लिए खुश करने वाली खबर है, जो यह मानते हैं कि एक तरफ हमें दबाव डालना चाहिए और दूसरी तरफ उन्हें आगे का रास्ता बताना चाहिए । राष्ट्रपति बुश ने कहा कि श्री अहमदीनेजाद के कमान संभालने के पहले तक ये रणनीतियां कारगर हो रही थीं । हम आशा करते हैं कि ईरान के लोग कूटनीति को फिर पटरी पर ले आएंगे ।