![Azerbaijan](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110124902im_/http://www.voanews.com/hindi/images/azerbaijan_210.jpg) |
Azerbaijan |
अज़रबैजान की एक अदालत ने दो स्वतंत्र अज़रबैजानी अखबारों के संपादक ऐनुल्ला फतुल्लायेव को साढ़े आठ साल की जेल की सजा सुनाई है । श्री फतुल्लायेव पर अपने अखबारों में आतंकवाद को भड़काने और जातीय संघर्ष को उकसाने का आरोप था । अज़रबैजान के अधिकारियों ने उनके दोनों अखबारों को बंद कर दिया था । स्वयं श्री फतुल्लायेव अप्रैल से जेल में हैं । एक लिखित बयान में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सहायक प्रवक्ता टॉम केसी ने इस दंड को आलोचना खामोश करने तथा बोलने की स्वतंत्रता को कुचलने का प्रयास बताया है । श्री केसी ने कहा कि श्री फतुल्लायेव के अखबार नियमित रूप से सरकारी अधिकारियों की आलोचना करते थे और भ्रष्टाचार के आरोपों का प्रचार करते थे ।
यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन के प्रवक्ता ने भी इस दंड की आलोचना की और कहा कि अज़रबैजान के अधिकारी पत्रकारिता का अपराधीकरण कर रहे हैं और आलोचना करने वाली आवाजों को खामोश कर रहे हैं । एक गैर-सरकारी प्रेस स्वतंत्रता निरीक्षण गुट, ह्यूमन राइट्स वॉच की हौली कार्टनर ने कहा कि श्री फतुल्लायेव को राजनीतिक कारणों से दंडित किया गया है और उनकी सजा को तुरंत खारिज कर दिया जाना चाहिए तथा उन्हें रिहा कर देना चाहिए ।
अप्रैल में श्री फतुल्लायेव को इंटरनेट पर एक लेख में कथित तौर पर अज़रबैजानी लोगों की निंदा करने के लिए 30 महीने की जेल की सजा दी गई थी । श्री फतुल्लायेव ने कहा है कि जो लेख उन्होंने जारी किया था, उसमें वे टिप्पणियां नहीं थीं, जिनके लिए उन्हें दोषी ठहराया गया है । 2006 में एक अज़रबैजानी अधिकारी की आलोचना करने के लिए उन्हें दो वर्ष की निलंबित सजा दी गई थी । अज़रबैजान के एक स्वतंत्र मानवाधिकार निगरानी संगठन, रूल ऑफ लॉ एंड ह्यूमन राइट्स लीग की अध्यक्ष सईदा गूकामानली हैं । उन्होंने कहा है कि श्री फतुल्लायेव को जेल में डालना अज़रबैजान में प्रेस स्वतंत्रता के लिए खतरा है ।
"उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित जेल की सजा देकर अज़रबैजान की अदालतों ने देश का अपमान किया है ।"
अपनी पिछली मानवाधिकार रिपोर्ट में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अज़रबैजान अभिव्यक्ति और प्रेस की स्वतंत्रता का सम्मान नहीं करता । जो पत्रकार सरकार की आलोचना करते हैं, उन्हें परेशान किये जाने, अपहरण और शारीरिक हमला होने का खतरा उठाना पड़ता है । रिपोर्ट में कहा गया था कि अज़रबैजान की सरकार ने अज़रबैजानी पत्रकारों को परेशान करने के लिए मानहानि के मुकदमों, मानहानि के लिए अदालत के बहुत अधिक जुर्मानों और ऐसे उपायों का इस्तेमाल किया है, जिनसे स्वतंत्र अखबारों और पत्रिकाओं को छापने और वितरित करने में बाधा पड़ी है ।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सहायक प्रवक्ता टॉम केसी ने कहा कि स्वतंत्र प्रेस और सक्रिय नागरिक समाज किसी भी लोकतंत्र के मूल तत्व हैं और नागरिकों के मूल अधिकारों की रक्षा के लिए अनिवार्य हैं । उन्होंने कहा कि अमेरिका अज़रबैजान की सरकार से स्वतंत्र प्रेस के अधिकार का पूरी तरह सम्मान करने और अज़रबैजान में स्वतंत्र मीडिया के विकास में सहायता देने का अनुरोध करता है ।