![parnaz azima, europe/radio liberty](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110122010im_/http://www.voanews.com/hindi/images/839BD65E-06E6-4681-80C8-BCE137AA819E_w204_h153_s12.jpg) |
parnaz azima, europe/radio liberty |
ईरान में हिरासत में लिये गए चार ईरानी-अमेरिकियों में से एक अन्य को देश को छोड़ने की अनुमति मिल गई है । ईरानी सरकार ने पत्रकार परनाज़ अजीमा पर सुरक्षा से संबंधित अपराधों के झूठे आरोप लगाए थे । सुश्री अज़ीमा जनवरी में अपनी बीमार मां से मिलने ईरान गई थीं ।
इस हफ्ते के शुरू में ईरानी-अमेरिकी विद्वान हालेह एस्फंदियारी ईरान से जाने में सफल हो गईं । सुश्री एस्फंदियारी को 8 महीने पहले हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 3 महीने उन्होंने एविन जेल में एकाकी कोठरी में बिताए । सुश्री एस्फंदियारी वॉशिंगटन स्थित विलसन इंटरनेशनल सेंटर फॉर स्कॉलर्स में मध्य-पूर्व कार्यक्रम की अध्यक्ष हैं । वह भी अपनी बीमार मां से मिलने ईरान गई थीं । सुश्री एस्फंदियारी पर ईरान के धार्मिक निजाम का तख्ता पलटने के लिए एक "वेलवेट रेवेल्यूशन " को भड़काने का झूठा आरोप लगाया गया था ।
दो अन्य ईरानी-अमेरिकी, समाज विज्ञानी कियान ताजबख्श और शांति कार्यकर्ता अली शाकेरी अब भी जेल में हैं । उन पर भी ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ काम करने के मनगढ़ंत आरोप लगाए गए हैं ।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता टॉम केसी ने सुश्री एस्फंदियारी और सुश्री अज़ीमा की रिहाई का स्वागत किया । उन्होंने कहा
"हमें आशा है कि अन्य अमेरिकी, जो हिरासत में हैं, या जिन्हें देश छोड़ने से रोका गया है, वे भी निकट भविष्य में वहां से लौट सकेंगे । वैसे तो इन लोगों को गिरफ्तार किया ही नहीं जाना चाहिए था, पर अब हमें खुशी है कि सुश्री एस्फंदियारी और सुश्री अज़ीमा, दोनों को लौटने का अवसर मिल गया है ।"
श्री केसी ने कहा कि अमेरिका ईरानी सरकार को सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए और अन्य बंदी अमेरिकियों को रिहा करने के लिए प्रेरित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है ।