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Burned child and bombing victim in Afghanistan |
तालिबान विद्रोही अफगानिस्तान द्वारा स्वास्थ्य सेवा में की गई प्रगति को रोकने के लिए चिकित्साकर्मियों पर हमले कर रहे हैं ।
अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पिछले दो सालों में तालिबान ने अफगान सरकार के करीब 40 चिकित्साकर्मियों की हत्या कर दी । कुछ अन्य को अगवा कर लिया गया ।
अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस ने कहा है कि हमलों के बावजूद अफगानिस्तान ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है ।
"अफगानिस्तान में, जहां 5 साल पहले केवल 8 प्रतिशत आबादी की पहुंच स्वास्थ्य सेवाओं तक थी, अब 80 प्रतिशत की पहुंच स्वास्थ्य सेवाओं तक है । यह शानदार उपलब्धि है ।"
अमेरिका, उसके नाटो सहयोगी और गठबंधन सहयोगी जरूरतमंद अफगान नागरिकों को लगातार चिकित्सा उपलब्ध करा रहे हैं । अमेरिकी सेना के कर्नल जोनाथन आइव्स एक कार्यदल के कमांडर हैं, जिसमें दक्षिण कोरिया, न्यूज़ीलैंड, तुर्की और अमेरिका के सैनिक हैं । उनके अभियानों के क्षेत्र में पंजशीर, परवान, वर्दक और बामियान प्रांत शामिल हैं । कर्नल आइव्स कहते हैं कि उनकी फौजें तालिबान विद्रोहियों का मुकाबला करने के लिए अभियान चला रही हैं ।
"गांव वाले गठबंधन-नीत विकास चाहते हैं और वे तालिबान के खतरे से चिंतित हैं । तगब घाटी के लोगों को चिंता है कि स्थानीय अफगान राष्ट्रीय पुलिस बल सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम नहीं है, इसलिए हम पुलिस को क्षमता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और दिशा-निर्देश दे रहे हैं ।"
लेफ्टिनेंट कर्नल किम सियोंग-की दक्षिण कोरियाई सेना के 924वें मेडिकल सपोर्ट ग्रुप के कमांडर हैं । कर्नल किम कहते हैं कि अफगान नागरिक बगराम के दक्षिण कोरियाई अस्पताल में इलाज कराने 200 मील की दूरी से भी आते हैं ।
"कोरियाई अस्पताल 5 वर्ष और 4 महीने से काम कर रहा है । 21 जून तक हमने कुल 2.4 लाख मरीजों का इलाज किया ।"
अमेरिकी सेना के कर्नल जोनाथन आइव्स ने कहा है कि उनके कार्यदल का मिशन अफगान सरकार की पहुंच बढ़ाना, अफगान सुरक्षा फौजों की क्षमताओं में सुधार करना और स्थिर अफगानिस्तान का निर्माण करने में सहायता देना है ।