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Lieutenant General Raymond Odierno, center, is briefed by a field commander at a bombed-out hospital in Baqouba, Iraq |
इराक में बहुराष्ट्रीय सैनिकों के कमांडर, अमरीकी लेफ्टिनेंट जनरल रे ओडियर्नो ने कहा है कि ईरान, इराक में अमरीकी सैनिकों के स्तर में इजाफे से निपटने की कोशिश कर रहा है । उन्होंने कहा-
“जहां तक मैं समझता हूं, जब हमने सैनिकों की संख्या बढ़ाने की बात की तो हो सकता है कि ईरान ने उसी समय इराक में वित्तीय मदद, प्रशिक्षण और हथियारों में इजाफे का फैसला लिया ।”
इस वर्ष के शुरू में बगदाद और अन्य इलाकों में हिंसा के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने 30,000 अतिरिक्त सैनिकों को इराक जाने का आदेश दिया । जनरल ओडियर्नो ने कहा कि इराक में शिया आतंकवादियों और विद्रोहियों के लिए ईरान की मदद को अवरुद्ध करने की कोशिश जारी है -
“मैंने जो देखा है, उससे लगता है कि शिया उग्रवादियों को मिल रही मदद में लगातार वृद्धि हो रही है । मैंने देखा है कि मोर्टार और रॉकेट टीमों को लगातार अधिक प्रशिक्षण मिल रहा है । हमने पाया है कि इराक में हथियारों और गोला-बारूद की आमद में वृद्धि हो रही है । हम लोग रोज ईरान से जुड़े उन तारों को काटने की कठिन कोशिश कर रहे हैं ।”
जनरल ओडियर्नो ने कहा कि ईरान कुछ छोटे सुन्नी समूहों को भी मदद और हथियार दे रहा है । उन्होंने कहा-
“यह इराक में उथल-पुथल को जारी रखने एवं इराक में तैनात अधिक-से-अधिक अमेरिकी फौजों को मारने की ईरान की कोशिश का हिस्सा है ।”
उन्होंने कहा कि ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर की एक विशेष शाखा इराक में ईरान की गतिविधियों के पीछे है ।
“कुद्स बल किराए के इराकी बलों, कट्टरवादी शिया लड़ाकाओं के साथ मिलकर इराक में सक्रिय हैं । संभवतः कुछ मामलों में यह एक गिरोह है, जो सद्दाम हुसैन के पतन के पहले विकसित किया गया था और अभी भी सक्रिय है ।”
अमरीकी जनरल रे ओडियर्नो ने कहा कि इराक में हाल के गठबंधन अभियानों का लक्ष्य इस संपर्क को तोड़ना है । हम उस गिरोह पर दबाव बढ़ाना चाहते हैं । ईरान से जो हथियार आ रहे हैं, उन्हें रोकना चाहते हैं ।