![Tom Casey](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110120353im_/http://www.voanews.com/hindi/images/us_state_department_tom_casey_195_eng_06.jpg) |
Tom Casey |
अमेरिका की मिसल रक्षा प्रणाली की योजना में पोलैंड में 10 इंटरसेप्टर मिसलें और चेक गणराज्य में 1 राडार लगाने के लिए कहा गया है । मिसल रक्षा प्रणाली का उद्देश्य अमेरिका और उसके सहयोगियों को ईरान और उत्तर कोरिया जैसे दुष्ट देशों द्वारा बैलिस्टिक मिसल के हमले से बचाना है ।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि अमेरिकी योजना से यूरोप में हथियारों की दौड़ शुरू हो जाएगी और रूस का परमाणु शस्त्रागार बेकार हो जाएगा ।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सहायक प्रवक्ता, टॉम केसी ने मिसल के खतरे और इस विवाद पर टिप्पणी की । उन्होंने कहा-
"यह खतरा मौजूद है , केवल अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों के लिए ही नहीं, बल्कि रूसियों के लिए भी । हम आशा करते हैं कि मिसल रक्षा के मुद्दे पर रूसी हमारे साथ सहयोग करना चाहेंगे । हमने जो प्रस्ताव रखा है या योजना बनाई है, वह किसी भी तरह से, आकार या प्रकार में रूस की सामरिक क्षमताओं के लिए खतरा नहीं है और इसे उस तरह नहीं देखा जाना चाहिए ।"
श्री केसी ने कहा कि संख्या के आधार पर साधारण तुलना करने से पता चलता है कि रूस को प्रस्तावित मिसल रक्षा प्रणाली से चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है । उन्होंने कहा-
“10 इंटरसेप्टर और 2 राडार स्टेशन होंगे, जबकि हजारों सोवियत परमाणु हथियार, मिसलें और अन्य हथियार हैं ।”
श्री केसी ने कहा कि अमेरिका रूसी सरकार के साथ प्रस्तावित मिसल रक्षा प्रणाली पर चर्चा करना जारी रखेगा । उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर मतभेद का अर्थ यह नहीं है कि अमेरिका और रूस अन्य मुद्दों पर, जिनमें आर्थिक नीति, ईरान का परमाणु कार्यक्रम और आतंकवाद-विरोध शामिल है, मिलकर काम करना बंद कर देंगे ।