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Haleh Esfandiari, Director of the Middle East program at the Woodrow Wilson Center |
ईरानी अधिकारियों ने एक प्रमुख ईरानी-अमेरिकी विद्वान हालेह एस्फानडियारी को जेल में बंद कर दिया है । वह वॉशिंगटन डी.सी स्थित एक विदेश नीति विचार संस्था, वुडरो विल्सन इंटरनेशनल सेंटर की निदेशक हैं । सुश्री एस्फानडियारी 93 साल की अपनी मां से मिलने वर्ष 2006 में ईरान गई थीं । 30 दिसंबर से ही उन्हें अमेरिका लौटने से रोके रखा गया । इस बीच ईरानी अधिकारियों ने बार-बार उनसे पूछताछ की । 8 मई को उन्हें एविन जेल में बंद कर दिया गया ।
एक अन्य ईरानी-अमेरिकी पत्रकार परनाज़ अज़ीमा को कई महीनों से ईरान से जाने से रोक कर रखा गया है । अमेरिका के खर्च पर चलने वाले, रेडियो फर्दा की संवाददाता सुश्री अज़ीमा के पासपोर्ट को ईरानी अधिकारियों ने जनवरी में जब्त कर लिया था । वे अपनी बीमार मां से मिलने गई थीं ।
अमरीकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शौन मैककॉर्मेक ने कहा कि दोनों ईरानी-अमेरिकी महिलाओं को अपने परिवारों के पास लौटने दिया जाना चाहिए । श्री मैककॉर्मेक ने कहा कि इन दो निर्दोष महिलाओं के साथ जो सलूक किया गया है, उससे यह साफ जाहिर होता है कि हमारी सरकार किस तरह की है । श्री मैककौर्मेक ने कहा
ये लोग ईरानी शासन के लिए कोई खतरा नहीं हैं । इनमें से एक विद्वान हैं और अमरीका-ईरान रिश्ते के विशेषज्ञ हैं । इनमें से एक पत्रकार भी हैं । ये दोनों दादी की उम्र की हैं । मैं नहीं समझता कि वे ईरानी शासन की नींव हिलाने जा रही हैं ।
श्री मैककॉर्मेक ने कहा कि दरअसल हालेह एस्फनडियारी और परनाज़ अज़ीमा उस तरह की महिलाएं हैं, जो लोगों-से-लोगों के संवाद की प्रतीक हैं । हम अमेरिका और ईरान के लोगों के बीच संवाद को ही बढ़ाना चाहते हैं । श्री मैककौर्मेक ने कहाः
ईरानी सरकार की नीतियों पर हमारी जो भी आपत्ति हो, हम लोगों से लोगों के संवाद को बन्द नहीं करना चाहते ।
श्री मैककॉर्मेक ने कहा कि हम अमेरिका और ईरान की जनता के बीच संवाद को बरकरार रखना चाहते हैं । जहां तक सुश्री एस्फानडियारी और सुश्री अज़ीमा का सवाल है, इनका अमरीका और ईरान की सरकारों के रिश्तों से कोई संबंध नहीं है । ये मामले उन लोगों से जुड़े हैं, जो सिर्फ अपने परिवार को देखने के लिए वापस ईरान जाना चाहते हैं ।