अफगानिस्तान के वित्त मंत्री अनवर उल-हक अहादी ने कहा है कि उनके देश ने बहुत हद तक अमेरिका की वजह से खासी प्रगति की है । मैं अमेरिका पर इसलिए जोर दे रहा हूं, क्योंकि 50 प्रतिशत से अधिक सहायता अमेरिका से आ रही है ।
वर्ष 2001 से अमेरिका सुरक्षा और पुनर्संरचना में सहायता के मद में 14 अरब डॉलर से अधिक की राशि दे चुका है । श्री अहादी ने कहा कि अमेरिका और अन्य देशों ने जो मदद दी है, उससे अफगानिस्तान का हुलिया ही बदल गया है । इसके पहले अफगानिस्तान एक असफल देश था, जिस पर तालिबान उग्रवादियों का कब्जा था । अब वह लोकतंत्र के रूप में निखर रहा है ।
निरंकुश नियंत्रण की व्यवस्था को छोड़ने एवं बाजार पर आधारित सुधारों को लागू करने की वजह से अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था सुधरी है । श्री अहादी ने कहा है कि पहले सरकार दूरसंचार सेवाएं मुहैया करती थी । अब निजी कंपनियां वे सेवाएं दे रही हैं । उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान ने सरकारी उद्यमों का निजीकरण शुरू कर दिया है और अब वह इस क्षेत्र के कुछ सबसे उदार व्यापार प्रशासनों में से एक हो गया है । मुद्रास्फीति की दर वर्ष 2006 में केवल 4 प्रतिशत थी ।
![Condoleezza Rice](https://webarchive.library.unt.edu/eot2008/20090110121343im_/http://www.voanews.com/hindi/images/Herman_Japan_Sec_St_Condoleezza_Rice_2101.jpg) |
Condoleezza Rice |
अफ़गानिस्तान में लगभग 60 लाख छात्र स्कूल में पढ़ रहे हैं और एक लाख अस्सी हज़ार से अधिक सरकारी शिक्षक हैं । इतने शिक्षक अफगानिस्तान में पहले कभी नहीं थे । अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस ने कहा है कि अफगानिस्तान में आए बदलाव से सूरत बदली है ।
उन्होंने कहा- अगर आप अफगानिस्तान को देखें, जहां पांच साल पहले सिर्फ 8 प्रतिशत आबादी को स्वास्थ्य सुविधा मिलती थी, अब 80 प्रतिशत लोगों को यह सुविधा उपलब्ध है । यह एक बहुत बड़ी बात है । सडकें बन रही हैं और अर्थव्यवस्था में एक बार फिर जान आ गई है ।
सुश्री राइस ने कहा कि अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण एवं तालिबान उग्रवादियों को हराने में मदद देना एक चुनौती है ।
उन्होंने कहा कि कभी-कभी यह निराशा होती है कि सेवाओं जैसे मोर्चों पर हमको जितनी जल्दी काम करना चाहिए था, हम नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन इसमें समय लगता है ।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की जनता को यह समझना चाहिए कि उन्हें लंबे समय के लिए अमेरिका का साथ मिलने वाला है ।